यह भागीदारी मैक्सिको के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो राजनीतिक और आर्थिक दोनों रूप से इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में उभरा है। इसके बाद विदेश राज्य मंत्री ग्रेनेडा (2-4 अक्टूबर), बारबाडोस (4-6 अक्टूबर) और एंटीगुआ एवं बारबुडा (6-8 अक्टूबर) की आधिकारिक यात्रा करेंगे। उनकी यह लंबी विदेश यात्रा भारत के लैटिन अमेरिका और कैरिबियन देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने का काम करेगी।
विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा मार्गेरिटा की ग्रेनेडा यात्रा मई 2018 के बाद से हमारी ओर से पहली मंत्री-स्तरीय यात्रा और देश की अब तक की दूसरी ऐसी यात्रा होगी। विदेश राज्य मंत्री बारबाडोस में द्विपक्षीय हित के स्थानों का दौरा करेंगे। अपनी यात्रा के अंतिम चरण में राज्य मंत्री एंटीगुआ में होंगे, जहां वे द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार मार्गेरिटा के चार देशों की यात्रा के दौरान उनके कार्यक्रम में मुख्य तौर पर विदेश मंत्रियों के साथ बैठकें शामिल होंगी। इसके अलावा वह प्रमुख राजनीतिक, व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। राज्य मंत्री आईटीईसी के पूर्व छात्रों और भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करेंगे तथा द्विपक्षीय परियोजना स्थलों का दौरा भी करेंगे।
यह यात्रा भारत और लैटिन अमेरिका तथा कैरिबियन देशों एवं द्वीप समूहों के बीच लगातार गहरे होते संबंधों को रेखांकित करती है। इससे राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती मिलने और ग्लोबल साउथ (गरीब एवं विकासशील देश) में हमारे भागीदारों के साथ अधिक सहयोग का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)