एयरवे वर्कशॉप के बारे में अलीगढ़ से डॉ. सैयद और डॉ. नील ने बताया कि शरीर के विभिन्न अंगों में ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए एयरवे नियंत्रण सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया होती है।
मैकेनिकल वेंटिलेशन वर्कशॉप में डॉ. जिया और डॉ. विनोद ने समझाया कि आईसीयू में मरीज़ की स्थिति के अनुसार वेंटीलेटर सेटिंग्स को कैसे नियंत्रित किया जाना चाहिए।
सिम्यूलेशन वर्कशॉप में ऐम्स, नई दिल्ली की डॉ. रश्मि और डॉ. हेमलता ने वास्तविक जीवन की स्थितियों को दिखाकर पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को आपातकालीन प्रबंधन सिखाया।
रीजनल एनेस्थीसिया वर्कशॉप में, डॉ. देबेश और डॉ. बृजेश ने सामान्य एनेस्थीसिया के न्यूनतम उपयोग पर ज़ोर देते हुए, बच्चों के लिए यूएसजी (अल्ट्रासाउंड) से नई तकनीक सिखाई।हाई रिस्क ऑब्स्टेट्रिक्स वर्कशॉप में डॉ. ममता और डॉ. मनोज की टीम ने गर्भावस्था के दौरान अधिक रक्तस्राव की स्थिति में माँ और बच्चे को बचाने की तकनीक पर विशेष ध्यान दिया।
अन्य कार्यशालाओं, जैसे रिस्सिटेटिव मेडिसिन, एडवांस्ड वैस्कुलर ऐक्सेस, हेमीडीनामिक्स मॉनिटरिंग, पॉइंट-ऑफ-केयर अल्ट्रासाउंड, एबीजी एनालिसिस और रिसर्च मेथड्स में डॉ. हैदर अब्बास, डॉ. विभा, डॉ. प्रेम, डॉ. मनीष, डॉ. प्रभात तिवारी, डॉ. रमन, डॉ. पी.के. दास, डॉ. विपिन, डॉ. अविनाश अग्रवाल, डॉ. रति, डॉ. राकेश, डॉ. शेफाली और डॉ. इन्दु उपस्थित रहे।
देश के 350 युवा डॉक्टरों ने अपनी स्किल्स को बेहतर बनाने और देश-विदेश से आए वरिष्ठ फैकल्टी से अपने सवालों के उत्तर प्राप्त करने के लिए अपना समय समर्पित किया।
आयोजन सचिव डॉ. तन्मय तिवारी ने बताया कि ICACON 2024 का औपचारिक उद्घाटन समारोह कल शाम 6 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद द्वारा किया जाएगा।