लखनऊ : (मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश को 'उद्यम प्रदेश' बनाने के लिए योगी सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहां स्वयं प्रत्येक मंच से प्रदेश के उत्पादों की अक्सर ब्रांडिंग करते रहते हैं। वहीं, दूसरी तरफ शासन को निर्देशित कर विभिन्न आयोजनों के माध्यम से यहां के उद्यमियों को अपने उत्पाद की ब्रांडिंग का अवसर भी उपलब्ध कराते हैं। इस कड़ी में 25 से 29 सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो- 2024 (यूपीआईटीएस- 2024) प्रदेश के पारंपरिक उद्यमियों के लिए 'वैश्विक महाकुंभ' साबित होगा। इस क्रम में, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज, झांसी मंडलों के 270 से अधिक स्थानीय व पारंपरिक उत्पादों के उद्यमियों ने विभिन्न केटेगरीज के अंतर्गत अब तक रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया में और तेजी आएगी। रजिस्ट्रशेन कराने वाले उद्यमी हथकरघा, टेराकोटा, हस्तशिल्प, स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज, एमएसएमई, ओडीओपी समेत विभिन्न श्रेणियों के उद्यमों का संचालन कर रहे हैं, जो इस भव्य आयोजन में हिस्सा लेंगे। वहीं, नए निर्यातक, हस्तशिल्पी व महिला उद्यमी भी आयोजन में सहभागिता को लेकर बेहद उत्साहित और आशान्वित हैं। उनका एक स्वर में कहना है कि सीएम योगी की नीतियां न केवल प्रदेश की परंपरा को संरक्षित कर रही है, बल्कि हमारे उत्पादों के लिए वैश्विक बाजार तक पहुंच को भी सुलभ बना रही है। उनके अनुसार, इससे हमारे उत्पादों की पहुंच दुनिया के विभिन्न देशों तक हुई है। इससे हमारी कमाई में भी बढ़ोतरी होगी। वाराणसी मंडल के 44 हस्तशिल्पी, नए निर्यातक और महिला उद्यमी इंटरनेशनल ट्रेड शो में जाने के लिए पंजीकरण करा चुके है।
उद्योग विभाग के संयुक्त आयुक्त उमेश सिंह ने बताया कि यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में वाराणसी मंडल के 4 जिलों वाराणसी ,चंदौली जौनपुर और गाज़ीपुर के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के 20 उद्यमी हिस्सा लेंगे। वहीं, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (जिसमे लकड़ी के खिलौने, गुलाबी मीनाकारी, दरी, बेवरेज, मेडिकल प्रोडक्ट्स बायो फ़र्टिलाइज़र,मसाला नूडल्स व बनारसी सिल्क उद्योग आदि शामिल है) से जुड़े 16 उद्यमी भी प्रतिभाग करेंगे। बनारसी सिल्क साड़ी तथा कालीन उद्योग से जुड़े 8 नए निर्यातक समेत कुल 44 उद्यमी आयोजन में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।