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Saturday, August 24, 2024

UPSTF ने पुलिस भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी करने वाले अभियुक्त हंस रंजन कुमार को किया गिरफ्तार


लखनऊ (मानवी मीडिया)उ0प्र0 पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाला अभियुक्त हंस रंजन कुमार वाराणसी से गिरफ्तार।*

दिनांक 24-08-2024 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को उ0प्र0 पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 का प्रश्न पत्र आऊट कराने के नाम पर ठगी करने वाला अभियुक्त हंस रंजन कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।  

*गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः*

हंस रंजन कुमार पुत्र राजाराम दास, निवासी मुजाहिदपुर, थाना परवत्ता, जनपद खगड़िया (बिहार) 

*बरामदगीः*

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1- 01 अदद मोबाइल फोन। 

2- 02 अदद डेबिट कार्ड। 

3- 01 अदद डी0एल0।

4- 01 अदद पासपोर्ट।

5- 01 अदद पैनकार्ड। 

*गिरफ्तारी का स्थान/दिनांकः*

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जनपद वाराणसी के थाना कैण्ट क्षेत्रान्तर्गत चर्च के पास। दिनांक 24-08-2024

          एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश द्वारा उ0प्र0 पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 की सुचिता/ पारदर्शिता को भंग करने का प्रयास करने वाले गिरोह के विरूद्ध अभिसूचना संकलन की कार्यवाही हेतु समस्त टीमों/फील्ड इकाईयों को निर्देषित किया गया था। जिसके अनुपालन में समस्त टीमों/यूनिटों द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। इसी दौरान एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी को शिकायत प्राप्त हुई कि व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर इस ग्रुप में जोडे जाने के नाम पर महिला अभ्यर्थियों से 500/-रूपये व पुरूष अभ्यर्थियों से 1000/-रूपये यू0पी0आई0 (फोन-पे) के माध्यम से लिया जा रहा है तथा उक्त वहाट्सएप ग्रुप से जुडे अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर पैसे की मांग की जा रही है। 

   उपरोक्त प्रकरण में निरीक्षक  पुनीत परिहार एस0टी0एफ0 वाराणसी के नेतृत्व में टीम द्वारा तथ्यों की जॉंच एवं अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। उक्त जॉंच एवं अभिसूचना संकलन के दौरान पाया गया कि व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन का मोबाइल नंबर 969341***** है तथा इसके ग्रुप एडमिन ने अपना नाम ‘‘इन्सपेक्टर हंसराज ग्रुप’’ अंकित किया है। जब ग्रुप एडमिन के संबंध में और गहन छानबीन की गयी तो पाया गया कि हंसरंजन कुमार उपरोक्त उ0प्र0 पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के नाम पर ठगी कर रहा है और इसका वाराणसी में भी अभ्यर्थियों से मिलना-जुलना है। इस सम्बन्ध में अभिसूचना संकलन की कार्यवाही के दौरान विश्वस्त सूत्र से ज्ञात हुआ कि उ0प्र0 पुलिस भर्ती के नाम पर ठगी करने वाला जनपद वाराणसी के थाना कैण्ट क्षेत्रान्तर्गत चर्च के पास आने वाला है, यदि शीघ्रता की जाये तो पकडा जा सकता है। इस सूचना पर विश्वस्त सूत्र द्वारा बताये गये स्थान पर पहुँच कर हंसरंजन कुमार उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।  

   गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ, जॉंच एवं अभिसूचना संकलन से पाया गया कि व्हाट्सएप पर मोबाइल नंबर 96934******  से एक ग्रुप बनाया गया है। ग्रुप एडमिन के रूप में इन्सपेक्टर हंसराज अंकित किया गया है। उक्त मोबाइल नंबर के धारक के बारे में पता करने पर ज्ञात हुआ कि यह मोबाइल नंबर मनीष कुमार पुत्र राजाराम दास निवासी मुजाहिदपुर थाना परवत्ता जनपद खगडिया (बिहार) के नाम पर है। उक्त मोबाइल से जनरेट की गयी यूपीआई आईडी हंसरंजन कुमार, 96934*****@axl है। जिसके माध्यम से उ0प्र0 पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र उपलब्ध कराये जाने हेतु पैसा लिया जा रहा है। यूपीआई आईडी के सम्बन्ध में छानबीन में पाया गया कि फोन-पे यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया परवत्ता जनपद खगडिया (बिहार) में  हंसरंजन कुमार के नाम पर यह खाता निर्गत है तथा मोबाइल नंबर 96934***** का उपयोग मनीष कुमार के भाई हंस रंजन कुमार द्वारा परीक्षा के नाम पर ठगी करने में किया जा रहा है।  *अभियुक्त उपरोक्त द्वारा लगभग 07-08 माह पूर्व मोबाइल नंबर 969341***** से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये अलग-अलग लगभग 80 व्हाट्सएप व टेलीग्राम ग्रुप/चैनल बनाया गया था, जिसमें लगभग 35000 लोगों को इसके द्वारा जोड़ा गया था।* इसके द्वारा पता किया जाता था कि कौन सी प्रतियोगी परीक्षा कब और कहॉं होनी है। इसके अनुसार उक्त प्रतियोगी परीक्षाओं के सम्बन्ध में एक संक्षिप्त विवरण बनाया जाता था कि उक्त प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र जिसको चाहिए वह अभ्यर्थी उसके यू0पी0आई0 अथवा क्यू0आर0 कोड पर निर्धारित पैसा (पुरूष 1000/-रू0 व महिला 500/-रूपये) भेजकर उसके व्हाट्सएप/टेलीग्राम गु्रप/चैनल का सदस्य बन सकता है। जो अभ्यर्थी उसके ग्रुप/चैनल का सदस्य रहेगा, उसे ही  परीक्षा से एक दिन पूर्व प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया जायेगा। इसके उपरान्त इस संदेश के साथ अपना क्यू0आर0 कोड सभी संबंधित ग्रुपों में भेज दिया जाता था। कई अभ्यर्थी इसके झांसे में आकर इसके द्वारा भेजे गये क्यू0आर0 कोड में इसके द्वारा बतायी गयी धनराशि भेज कर इसके ग्रुप का सदस्य बन जाते थे। परीक्षा होने के उपरान्त जो अभ्यर्थी इसको पैसा देकर गु्रप का सदस्य बनते थे और प्रश्नपत्र न प्राप्त होने पर जब अपना पैसा वापस मांगते थे, तो उसके द्वारा टालमटोल कर दिया जाता। ऐसे ही यह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में ठगी करता था। इसी दौरान इसको ज्ञात हुआ कि उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती हेतु माह अगस्त 2024 में परीक्षा होनी है। इसके दृष्टिगत इस परीक्षा में भी ठगी करने हेतु सक्रिय हो गया और इस परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र परीक्षा के एक दिन पूर्व उपलब्ध कराये जाने के नाम पर अपने द्वारा बनाये गये व्हाट्सएप/टेलीग्राम गु्रप/चैनल के माध्यम से ठगी करने लगा। *इस दौरान इसने हजारों अभ्यर्थियों से लगभग 20,00,000/-रूपये (बीस लाख रूपये) प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के नाम पर लिया जा चुका है। इसी क्रम में आज दिनांक 24-08-2024 को वाराणसी आया हुआ था।*  

    गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना कैण्ट, पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी में अभियोग पंजीकृत कराया जा रहा है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।

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