बिहार : (मानवी मीडिया) आईपीएस काम्या मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया है। 2019 बैच की आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा वर्तमान में दरभंगा की ग्रामीण एसपी हैं। उन्होने सोमवार को निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया। काम्या के मुताबिक वह अपने परिवार को समय देना चाहती हैं। इस मामले पर गृह विभाग के अधिकारी ने बताया कि काम्या मिश्रा ने हाल ही में राज्य सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि वह अपनी नौकरी छोड़ना चाहती हैं। उन्हें किसी भी तरह का सेवानिवृत्ति लाभ नहीं मिलेगा। क्योंकि उन्होंने अपनी सेवा के 20 वर्ष पूरे नहीं किए हैं। सरकार को इस संबंध में अभी अंतिम निर्णय लेना बाकी है।मामले से परिचित राज्य गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, कि काम्या मिश्रा ने आईपीएस से इस्तीफा दे दिया है, सरकार को प्रक्रिया का पालन करने और उनका इस्तीफा स्वीकार करने में कुछ समय लगेगा। आपको बता दें ग्रामीण एसपी (दरभंगा) के रूप में अपनी वर्तमान पोस्टिंग के दौरान उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की सनसनीखेज हत्या के मामले को सुलझाने के लिए एसआईटी टीम का नेतृत्व किया था। 16 जुलाई को दरभंगा जिले के बिरौल प्रखंड में बदमाशों ने उनकी पैतृक घर पर हत्या कर दी थी।
काम्या प्रदेश की दूसरी आईपीएस अधिकारी हैं जिन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। इससे पहले 24 दिसंबर 2004 को 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अजीत जॉय ने अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया था. तिरुवनंतपुरम के रहने वाले जॉय को पिछली बार एसपी (सतर्कता) के पद पर तैनात किया गया था। ओडिशा की मूल निवासी काम्या ने अखिल भारतीय रैंक 172 हासिल की। शुरुआत में उन्हें हिमाचल कैडर आवंटित किया गया, बाद में उन्हें बिहार कैडर में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने अपराध जांच विभाग में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी), एएसपी (सदर) और एएसपी (सचिवालय) के रूप में भी काम किया है। वह शुरुआत में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में तैनात थीं। 22 साल की छोटी उम्र में वर्दी में होने के कारण अक्सर सभी का ध्यान आकर्षित करती थीं। उनके पति अवदेश दीक्षित भी 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में सिटी एसपी (मुजफ्फरपुर) के रूप में तैनात हैं, और आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं।