लखनऊ : (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया पर हमला करते हुए कहा कि कौन नहीं जानता है कि कल्याण सिंह के दिवंगत होने पर श्रद्धांजलि देने जाने की बात तो दूर समाजवादी पार्टी के मुखिया के मुंह से संवेदना का एक भी शब्द नहीं निकला। वहीं प्रदेश का एक दुर्दांत माफिया मरा था तो फातिहा पढ़ने वो उसके गांव तक चले गए थे। क्या यही पीडीए है?
सैकड़ों हिंदुओं के खून से जिनके हाथ रंगे हुए थे, ऐसे माफिया के मरने पर ऐसे मातम मना रहे थे, जैसे इनका कोई सगा चला गया हो। यही पीडीए का वास्तविक चरित्र है। अयोध्या में एक निषाद बालिका के साथ, कन्नौज में और लखनऊ में जो घटनाएं घटित हुईं, यही इनका चेहरा हैं। जब तक इनका एकजुट होकर मुकाबला नहीं करेंगे, ये लोग प्रदेश की जनता को ऐसे ही बेवकूफ बनाते रहेंगे। छलते रहेंगे। आज ये परेशान हैं, क्योंकि उनकी गुंडागर्दी, अराजकता की दुकानें डबल इंजन की सरकार ने बंद कर दी हैं। उनके एक-एक षड़यंत्र को हर एक पग पर रोक दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं, क्योंकि प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की जिस नीति को 1991 में श्रद्धेय बाबू जी (कल्याण सिंह) ने लागू किया था, वो आज भी लागू है। उन्होने कहा कि डबल इंजन की ये सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अपराध और अपराधियों, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम करेगी, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े।
प्रदेश की जनता जनार्दन का बाल भी बांका नहीं होने दिया जाएगा। हमें श्रद्धेय बाबू जी की इस तीसरी पुण्य तिथि पर यह संकल्प लेना ही होगा कि आजीवन जिन मूल्यों और आदर्शों के लिए श्रद्धेय बाबू जी का जीवन समर्पित था, उसके लिए हम कार्य करें। जो सपना बाबू जी का था उसे भाजपा और उनकी विरासत मजबूती से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। उनके मूल्यों और आदर्शों से विचलित हुए बगैर निरंतर आगे बढ़ने की तैयारी करनी चाहिए।