मेरठ में दिनदहाड़े किशोरी की गला दबाकर हत्या - मानवी मीडिया

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Thursday, August 8, 2024

मेरठ में दिनदहाड़े किशोरी की गला दबाकर हत्या


मेरठ : (
मानवी मीडिया
अरे! इसने मेरे बाप की इज्जत खराब कर दी, ये मेरे बाप को खा जाएगी। अपनी, अपने बच्चों और अपने बाप की इज्जत बचाने की नौबत आ गई है। आदमी मरता क्या नहीं करता, अगर मैं इसे नहीं मारता तो हमारा बाप मर जाता। ये तीन बार घर से भाग चुकी है। ऐसी को मारता नहीं तो बुधवार को दिनदहाड़े किशोरी की गला दबाकर हत्या की गई। 

इसका वीडियो सामने आया है। वीडियो में आरोपी भाई अपनी बहन के सीने में चढ़कर बैठा है। वो उसका तब तक गला दबाता रहा, जब तक मर नहीं गई। इस दौरान भी वो चिल्लाते हुए यही कहता है- अरे मेरे बाप को खा जाएगी। हैरानी की बात यह है कि मौके पर कई बच्चे और बड़े खड़े रहे। राहगीर निकलते रहे, लेकिन किसी ने भी आरोपी को रोकना मुनासिब नहीं समझा। मामला थाना इंचौली क्षेत्र के नंगला शेखू गांव का है।

बीच सड़क हसीन ने अपनी बहन की गला दबाकर हत्या कर दी। हिंदू लड़के से प्यार करती है... केस ऑनर किलिंग से जुड़ा है। 17 साल की अमरीशा की हत्या के बाद इलाके में सनसनी का माहौल है। ऑफ कैमरा लोगों ने कहा- हसीन ने अपनी बहन की हत्या कर दी। वो बार-बार यही कह रहा था कि हिंदू लड़के से प्यार करती है। उसके साथ भागना चाहती है। नाक कटवाकर रख दी। वो उसे घर से पीटते हुए लाया था। 

लड़की जान बचाकर भाग रही थी। इसके बाद उसने सड़क पर अमरीशा को मार डाला। इस बार खुद वापस आ गई थी अमरीशा अमरीशा का अफेयर मेरठ के सरुरपुर के रहने वाले मोहित से चल रहा था। पूरे गांव को यह बात पता थी। दरअसल, मोहित की बहन का नंगला शेखू में ससुराल है। मोहित यहां आता-जाता था। तभी उसकी अमरीशा से दोस्ती हो गई, जो अफेयर में बदल गई। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाह रहे थे।

पड़ोसियों ने बताया- अमरीशा मार्च 2024 में पहली बार घर से भागी। लगभग 5 दिन बाद पुलिस की मदद से परिजनों ने उसे प्रेमी के घर से बरामद किया। मई 2024 में लड़की दोबारा घर से भागकर प्रेमी के घर चली गई। फिर पुलिस की मदद से 3 दिन बाद उसे प्रेमी के घर से बरामद किया गया। हर बार घरवाले अमरीशा को पिता की इज्जत का वास्ता देकर समझाते रहे। लेकिन अभी 4 दिन पहले फिर लड़की घर से भागकर प्रेमी के घर गई। लेकिन, इस बार वो खुद दूसरे ही दिन वापस घर आ गई। बहन को दुल्हन बनाने आया था हसीनअमरीशा के पिता का नाम शहजाद अली उर्फ जुम्मा है। 

शहजाद का अपना कारोबार है। शहजाद के 8 बच्चे हैं। 4 लड़के, 4 लड़कियां हैं। मृतका अमरीशा उसकी सबसे छोटी बेटी थी। बेटी को मारने वाला हसीन सबसे बड़ा बेटा है। हसीन की शादी हो चुकी है। घर में पोता-पोती भी हैं। शहजाद के घर में 12 लोग एक साथ रहते हैं। हसीन गाजियाबाद में एक कंपनी में काम करता है। बहन के भाग जाने की सूचना मिलते ही 5 अगस्त को हसीन छुट्टी लेकर घर आ गया था। इसके बाद उसने तुरंत बहन का निकाह करने की ठान ली। हसीन ने सभी को यही कहा कि अब अमरीशा की शादी हो जाएगी, तब ही सबकुछ सही होगा।

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