लखनऊ : (मानवी मीडिया) प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जिन आवासों को गरीब परिवारों के अपना घर का सपना पूरा करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था, लेकिन जालसाजों ने लाभार्थियों के हक में सेंधमारी कर उन आवास को अनाधिकृत रुप से परिचितों के नाम पर आंवटित करवा लिया। पीएम आवास में धांधली से जुड़ा एक मामला सैरपुर थाना अंतर्गत कमलाबाद बढोली वार्ड संख्या-6 से आया है। जहां पूर्व सभासद ने पति के संग मिलकर एक बुजुर्ग दम्पत्ति का मकान हड़प लिया।
पूर्व में दम्पत्ति ने जालसाजों के खिलाफ मड़ियांव कोतवाली में लिखित शिकायत देते हुए सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, बावजूद इसके पुलिस ने जालसाज सभासद व उसके पति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस पर पीड़ित दम्पत्ति ने सभासद और उसके पति के खिलाफ आरटीआई ( सूचना का अधिकार अधिनियम) के तहत कई अहम साक्ष्य भी जुटाए हैं, जिसके आधार पर पीएम आवास योजना का फर्जीवाड़ा खुलकर आ सकता है, बशर्ते मामले की उच्चस्तरीय जांच हो जाए। मूलरुप से बागपत जनपद निवासी अंजली सिंह पति महेंद्र सिंह के साथ सैरपुर थाना अंतर्गत कमलाबाद बढोली वार्ड संख्या-6 में निवास करती थी।
लिखित शिकायत में पीड़िता ने बताया कि जनवरी 2019 में वार्ड संख्या छह की तत्कालीन सभासद अर्चना सिंह और उसके पति अवनीश सिंह ने उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी दी, बातचीत में महिला सभासद ने बताया कि उनके क्षेत्र में पीएम आवास योजना की स्कीम आई है। इसके बाद सभासद ने बुजुर्ग दम्पत्ति को मकान दिलवाने का आश्वासन देते हुए उनके सभी दस्तावेज अपने पास रख लिए। पीड़ित दम्पत्ति ने बताया कि अक्टूबर 2019 में दो मदों में उनके खाते में पीएम आवास योजना के तहत भवन निर्माण का पैसा आया, फिर दम्पत्ति ने मकान निर्माण करना शुरू कर दिया। पीड़ित का कहना है कि मकान निर्माण के लिए अपनी तरफ से भी उन्होंने चार लाख रुपये खर्च किए थे।