भारत : (मानवी मीडिया) स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में गर्दा उड़ा दिया। 'गोल्डन बॉय' नीरज ने पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में एंट्री कर ली है। उन्होंने सीजन बेस्ट थ्रो के साथ फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने पहले प्रयास में 89.34 मीटर का थ्रो किया और महफिल लूट ली। यह उनका अभी तक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। नीरज ने एक बार फिर गोल्ड मेडल की आस जगा दी है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीता था। डिफेंडिंग चैंपियन नीरज आठ अगस्त को अपने खिताब का बचाव करने के लिए उतरेंगे।
वहीं, किशोर जेना फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहे। उन्होंने 80.73 मीटर का थ्रो किया। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी फाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने 86.59 मीटर के साथ क्वालीफाई किया। नदीम और नीरज के बीच पिछले काफी समय से प्रतिद्वंद्विता और दोस्ती की चर्चा रही है। भारतीय एथलेटिक्स के लिए कई कीर्तिमान रच चुके नीरज फाइनल में धमाल मचाकर इतिहास रचना चाहेंगे। वह अगर गोल्ड जीतते हैं तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें खिलाड़ी बनेंगे। नीरज साथ ही ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो गोल्ड हासिल करने वाले पहले भारतीय बनेंगे।
ओलंपिक की पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में अभी तक एरिक लेमिंग (स्वीडन 1908 और 1912), जोन्नी माइरा (फिनलैंड 1920 और 1924), जान जेलेंजी (चेक गणराज्य 1992 और 1996) खिताब बरकरार रख सके हैं। जेलेंजी को नीरज अपना आदर्श मानते हैं। आंद्रियास टी (नॉर्वे 2004 और 2008) ने भी खिताब डिफेंड किया है। इस साल चोपड़ा ने सिर्फ तीन स्पर्धाओ में भाग लिया लेकिन उनके बाकी प्रतिस्पर्धी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। दोहा डायमंड लीग में मई में चोपड़ा ने 88.36 मीटर का थ्रो फेंका। वहीं, एडक्टर में असहजता के कारण 28 मई को ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में एहतियात के तौर पर भाग नहीं लिया। उन्होंने जून में फिनलैंड में पावो नुरमी खेलों में 85.97 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड के साथ वापसी की। इसके बाद सात जुलाई को पेरिस डायमंड लीग में भाग नहीं लिया।