लखनऊ (मानवी मीडिया)क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, लखनऊ, केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS) के अधीन आयुष मंत्रलाय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्यरत स्वायत्त संस्थान है। यह संस्थान आयुर्वेद अनुसंधान के क्षेत्र में समर्पित है, तथा आयुर्वेद के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। संस्थान आयुर्वेद के उत्थान, प्रचार- प्रसार एवं जन सामान्य में आयुर्वेद के प्रयोग को अपनाने हेतु निरंतर कार्यरत है। संस्थान द्वारा बहिरंग अनुभाग (OPD), क्षारसूत्र एवं विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से लखनऊ जिले एवं आस पास के जिलों के रोगियों को निः शुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा रही है।
संस्थान में परिषद् मुख्यालय के सहयोग से दिनांक 21 एवं 22 अगस्त 2024 को " अच्छे नैदानिक अभ्यास के लिए अन्वेषकों और परियोजना कार्मिक प्रशिक्षण" के दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के प्रभारी सहायक निदेशक (आयु.), डॉ. संजय कुमार सिंह की देखरेख / समनव्यय में किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में परिषद् मुख्यालय के अधीन देश के 12 संस्थानों के "आयुर्वेद मोबाइल स्वास्थ्य रक्षण कार्यक्रम" (AMHCP) एवं जनजातीय स्वास्थ्य रक्षण अनुसंधान कार्यक्रम (THCRP) के परियोजनाओं के अन्वेषक एवं परियोजना कार्मिक एवं परियोजना के नोडल अधिकारी आदि प्रतिभाग कर रहे है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परियोजना के बेहतर संचालन गुणवत्ता परक अनुसंधान कार्य, रिसर्च पेपर एवं अधिकाधिक जनसमान्य तक आयुर्वेद स्वास्थ्य सेवाओं को कैसे पहुंचाएं रहेगा। इस कार्यक्रम के मुख्यअतिथि परिषद् मुख्यालय के उपमहानिदेशक डॉ. नारायण श्रीकांत रहेंगे।