कन्नौज : (मानवी मीडिया) रेप केस में फरार पीड़िता की बुआ को पुलिस ने मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। सूत्रों के अनुसार, बुआ से कई अहम सबूत बरामद हुए हैं। पुलिस की पूछताछ में बुआ ने बताया- नवाब सिंह के भाई ने बयान बदलने के लिए पैसे का लालच दिया था। उसने ही कुछ लोगों का नाम लेने के लिए बोला था, ताकि इस मामले को साजिश बताया जा सके।
बुआ 7 दिन से फरार थी। वहीं, इस मामले में 10 दिन पहले गिरफ्तार किए गए रेप के आरोपी नवाब सिंह यादव के वकील शिव कुमार यादव ने जमानत याचिका वापस ले ली। दरअसल, अब तक रेप के प्रयास मामले में जमानत पर सुनवाई के लिए याचिका डाली गई थी। लेकिन, केस में रेप की धाराओं के इजाफा होने के बाद वकील ने याचिका वापस ली। अब उनकी ओर से रेप केस में जमानत की याचिका दाखिल की जाएगी।
पीड़िता की बुआ को कोर्ट में पेश करने ले जाते पुलिसकर्मी। बुआ ने कहा- नवाब के भाई ने बयान से पलटने का लालच दियाएसपी अमित कुमार आनंद ने बताया- बुआ की गिरफ्तारी के किए हमारी कई टीमें लगी थीं। दिल्ली में भी सर्च किया जा रहा था। तभी सूचना मिली कि बुआ कन्नौज आई है। कन्नौज पुलिस ने तिर्वा क्षेत्र से बुआ को गिरफ्तार किया। बुआ ने पूछताछ में बताया, वह नवाब सिंह को पिछले 5 से 6 सालों से जानती है। उसके नवाब सिंह के साथ अवैध संबंध भी रहे हैं। 11 अगस्त को नवाब सिंह ने इसे फोन करके बुलाया। तब इसने नवाब से कहा कि मैं लखनऊ में हूं और मेरे साथ मेरी भतीजी भी है। इसके बाद भी नवाब ने इसे बुलाया।वह रात में नवाब सिंह के कॉलेज पहुंची। जहां पर रेप की घटना हुई। घटना के बाद लड़की ने पुलिस को फोन कर दिया था। नवाब की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। इससे पहले अलग-अलग कारणों से जमानत की सुनवाई 3 बार टल चुकी है। नवाब सपा प्रमुख अखिलेश यादव का करीबी और उनकी पत्नी डिंपल का सांसद प्रतिनिधि रहा है। नवाब सिंह यादव के रिश्तेदार के कोल्ड स्टोरेज पर चलेगा बुलडोजर इसी कोल्ड स्टोरेज पर बुलडोजर चलेगा। रेप के आरोपी नवाब सिंह यादव के एक रिश्तेदार के कोल्ड स्टोरेज पर बुलडोजर चलेगा। SDM तिर्वा की ओर से कोल्ड स्टोरेज पर नोटिस चस्पा किया गया। इसमें ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा कर बाउंड्री बनाने का आरोप लगाया गया है। नोटिस में ध्वस्तीकरण के लिए 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है।
पीड़िता का मेडिकल कराकर उसको मां-पिता के साथ वापस भेज दिया गया है। कन्नौज में सपा नेता का जेल में DNA सैंपल लियाकन्नौज में नाबालिग से रेप के आरोपी सपा नेता नवाब सिंह यादव का 17 अगस्त को जेल में DNA सैंपल लिया गया। दूसरी तरफ कड़ी सुरक्षा में जिला अस्पताल ले जाकर पीड़िता के भी नमूने लिए गए। जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान 16 अगस्त को नवाब सिंह ने कोर्ट में कहा- मेरा DNA करा लीजिए। नवाब के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में सबूत पेश किए। नवाब के वकील ने जवाब देने के लिए कोर्ट से समय मांगा। कोर्ट ने सुनवाई टाल दी थी। 12 अगस्त को नवाब सिंह यादव को जेल भेजा गया। उसी दिन उनके वकील ने जमानत के लिए याचिका डाली। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 14 अगस्त की तारीख तय की। लेकिन 13 अगस्त की शाम को कोर्ट में रेप पीड़िता के बयान दर्ज हुए। पुलिस ने FIR में रेप की धाराओं को बढ़ाया। अगले दिन सुनवाई के समय तक कागजी कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी थी। फिर कोर्ट ने 16 अगस्त की तारीख तय कर दी।
डॉक्टरों की टीम के साथ सैंपल लेने के लिए पुलिस जिला जेल पहुंची थी। अब पढ़िए क्या है पूरा मामला?11 अगस्त की देर रात 15 साल की नाबालिग अपनी बुआ के साथ आरोपी के कॉलेज में नौकरी मांगने गई थी। आरोप है कि बुआ टॉयलेट गई, उसी दौरान नवाब सिंह यादव ने जबरदस्ती लड़की के कपड़े उतरवाए। लड़की की फोन कॉल पर पहुंची पुलिस ने नवाब को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। जेल जाते समय नवाब सिंह ने कहा- ये कुछ पूंजीपतियों की साजिश है। इस केस में बुआ की भूमिका संदिग्ध रही है। बुआ ने एक वीडियो जारी करके खुद को निर्दोष बताया था, लेकिन बाद में पीड़िता के मां-बाप ने बुआ के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। इसके बाद से पुलिस बुआ की तलाश कर रही थी।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो नवाब सिंह कमरे में बेड पर लेटा था। वह पैंट भी नहीं पहने था। पुलिस के पहुंचने पर उसने पैंट पहनी। इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। बच्ची बोली- उन्होंने मेरे कपड़े उतारेइस पूरी घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें पीड़ित नाबालिग पुलिस के साथ जाती दिखाई दे रही है। पुलिसकर्मी उससे सवाल-जवाब कर रहे हैं। पीड़िता पुलिस को बता रही है, हम लोग 8 बजे के करीब यहां आए थे। इसके बाद से ये (नवाब सिंह यादव) हमको जाने नहीं दे रहे हैं।
पीड़िता का मेडिकल कराकर उसको मां-पिता के साथ वापस भेज दिया गया है। कन्नौज में सपा नेता का जेल में DNA सैंपल लियाकन्नौज में नाबालिग से रेप के आरोपी सपा नेता नवाब सिंह यादव का 17 अगस्त को जेल में DNA सैंपल लिया गया। दूसरी तरफ कड़ी सुरक्षा में जिला अस्पताल ले जाकर पीड़िता के भी नमूने लिए गए। जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान 16 अगस्त को नवाब सिंह ने कोर्ट में कहा- मेरा DNA करा लीजिए। नवाब के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में सबूत पेश किए। नवाब के वकील ने जवाब देने के लिए कोर्ट से समय मांगा। कोर्ट ने सुनवाई टाल दी थी। 12 अगस्त को नवाब सिंह यादव को जेल भेजा गया। उसी दिन उनके वकील ने जमानत के लिए याचिका डाली। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 14 अगस्त की तारीख तय की। लेकिन 13 अगस्त की शाम को कोर्ट में रेप पीड़िता के बयान दर्ज हुए। पुलिस ने FIR में रेप की धाराओं को बढ़ाया। अगले दिन सुनवाई के समय तक कागजी कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी थी। फिर कोर्ट ने 16 अगस्त की तारीख तय कर दी।
डॉक्टरों की टीम के साथ सैंपल लेने के लिए पुलिस जिला जेल पहुंची थी। अब पढ़िए क्या है पूरा मामला?11 अगस्त की देर रात 15 साल की नाबालिग अपनी बुआ के साथ आरोपी के कॉलेज में नौकरी मांगने गई थी। आरोप है कि बुआ टॉयलेट गई, उसी दौरान नवाब सिंह यादव ने जबरदस्ती लड़की के कपड़े उतरवाए। लड़की की फोन कॉल पर पहुंची पुलिस ने नवाब को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। जेल जाते समय नवाब सिंह ने कहा- ये कुछ पूंजीपतियों की साजिश है। इस केस में बुआ की भूमिका संदिग्ध रही है। बुआ ने एक वीडियो जारी करके खुद को निर्दोष बताया था, लेकिन बाद में पीड़िता के मां-बाप ने बुआ के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। इसके बाद से पुलिस बुआ की तलाश कर रही थी।
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो नवाब सिंह कमरे में बेड पर लेटा था। वह पैंट भी नहीं पहने था। पुलिस के पहुंचने पर उसने पैंट पहनी। इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। बच्ची बोली- उन्होंने मेरे कपड़े उतारेइस पूरी घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें पीड़ित नाबालिग पुलिस के साथ जाती दिखाई दे रही है। पुलिसकर्मी उससे सवाल-जवाब कर रहे हैं। पीड़िता पुलिस को बता रही है, हम लोग 8 बजे के करीब यहां आए थे। इसके बाद से ये (नवाब सिंह यादव) हमको जाने नहीं दे रहे हैं।
पूछने पर पीड़िता बताती है, उन्होंने (नवाब सिंह) मेरे कपड़े उतारे। पुलिस पीड़िता से पूछती है वो किस कमरे में है। फिर पीड़िता पुलिस को साथ में कमरे तक ले जाती है। वीडियो में दिखाई देता है कि जब पुलिस कमरे में पहुंचती है तो वहां आरोपी नवाब सिंह बेड पर लेटा हुआ मिला। पीड़िता की बुआ भी कमरे में मौजूद थी। पुलिस को देखकर वो खड़ी हो जाती है। पुलिस वाले उससे पूछते हैं- आप कौन हैं इनकी, जिसका वो कुछ जवाब नहीं देती। वह भतीजी (पीड़ित बच्ची) से अपना फोन मांगती है और बाहर निकल जाती है। आरोपी नवाब सिंह कपड़े पहनने लगता है। पुलिस आरोपी को साथ लेकर चली जाती है।
यह लड़की की बुआ है, जो उसे लेकर नवाब सिंह यादव के पास गई थी। लड़की ने ही पुलिस को दी थी एप्लिकेशनइस मामले में नाबालिग ने ही एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक, रात 1:30 बजे 112 नंबर पर कॉल आई कि लड़की से गलत काम करने का प्रयास किया गया है। पुलिस मौके पर पहुंची तो बच्ची के आधे शरीर पर कपड़े नहीं थे। जबकि सपा नेता बेड पर लेटा था। बताया जा रहा है कि नाबालिग की बुआ 5 मिनट के लिए टॉयलेट गई थी, जब वापस आई तो देखा लड़की का टॉप उतरा हुआ था। ब्लॉक प्रमुख रहा है नवाब सिंहनवाब सिंह यादव कन्नौज के पीएसएम पीजी कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष रह चुका है।
यह लड़की की बुआ है, जो उसे लेकर नवाब सिंह यादव के पास गई थी। लड़की ने ही पुलिस को दी थी एप्लिकेशनइस मामले में नाबालिग ने ही एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक, रात 1:30 बजे 112 नंबर पर कॉल आई कि लड़की से गलत काम करने का प्रयास किया गया है। पुलिस मौके पर पहुंची तो बच्ची के आधे शरीर पर कपड़े नहीं थे। जबकि सपा नेता बेड पर लेटा था। बताया जा रहा है कि नाबालिग की बुआ 5 मिनट के लिए टॉयलेट गई थी, जब वापस आई तो देखा लड़की का टॉप उतरा हुआ था। ब्लॉक प्रमुख रहा है नवाब सिंहनवाब सिंह यादव कन्नौज के पीएसएम पीजी कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष रह चुका है।
अखिलेश के कन्नौज से सांसद बनने के बाद नवाब सिंह ने सपा जॉइन कर ली। नवाब सिंह समाजवादी लोहिया वाहिनी का जिलाध्यक्ष भी रहा है। वह कन्नौज का ब्लॉक प्रमुख भी रह चुका है। नवाब सिंह की गिरफ्तारी को समर्थकों ने साजिश बताया है। उनका कहना है कि यह साजिश है। पीड़िता की मां पहले समाजवादी पार्टी में थी। वह अब भाजपा में शामिल हो चुकी है। तभी वो फंसा रही है। कोर्ट के बाहर नवाब सिंह के समर्थकों की भीड़ लगी हुई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। यह खबर भी पढ़ें.. नवाब रेप कांड में अब पीड़िता की बुआ खोलेगी राज:कन्नौज में गांव वाले बोले- हमारी बेइज्जती कराई; राजनीति में बच्ची का इस्तेमाल नहीं करना था