लखनऊ : (मानवी मीडिया) माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के सभागार में आयोजित की गई। यह कार्यकारिणी समिति प्रदेश में सहायता प्राप्त अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों तथा बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक एवं सीनियर बेसिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के कल्याण हेतु कार्य करती है। कार्यकारिणी समिति की बैठक में विचार-विमर्श के दौरान राज्य कार्यकारिणी समिति द्वारा विभिन्न निर्णय लिये गये। मुख्य रूप से लंबित प्रकरणों के ससमय निस्तारण हेतु राज्य कार्यकारिणी की आयोजित होने वाली बैठक 06 माह के स्थान पर प्रत्येक 03 माह के अन्तराल पर बैठक आहूत की जायेगी।
इसके साथ ही योजनान्तर्गत प्रदेश के गम्भीर रोगों से ग्रसित अध्यापकों अथवा उनके आश्रितों के सहायतार्थ स्वच्छ पारदर्शी तरीके से आवेदन-पत्र ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त करने तथा इस हेतु एक वेब पोर्टल विकसित कराने तथा ससमय प्रकरण के निस्तारण हेतु एक समय-सारणी निर्धारित करने पर सहमति व्यक्त की गयी। ऑनलाइन वेब पोर्टल तथा समय-सारणी की रूपरेखा तैयार करने हेतु एक त्रिसदस्यीय समिति के गठन पर भी सहमति बनी। राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान कोष से गम्भीर रोग सहयोग राशि प्रदान करने के सम्बन्ध में सहमति बनी। इसके साथ ही मृत शिक्षकों की पुित्रयों के विवाह हेतु आर्थिक अनुदान की धनराशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये किये जाने की सहमति प्रदान की गयी। गम्भीर रोगों से ग्रसित शिक्षकों को राष्ट्रीय अध्यापक कल्याण प्रतिष्ठान कोष से दी जाने वाली धनराशि 30 हजार रुपये से बढ़ाकर अधिकतम 1 लाख रुपये दिये जाने पर सहमति दी गई। बैठक में वर्तमान में योजनान्तर्गत शिक्षक दिवस पर 2 रुपये मूल्य के सांकेतिक झंण्डे निर्धारित हैं, जो काफी कम प्रतीत होने के दृष्टिगत 2 रुपये मूल्य के स्थान पर कक्षा-1 से 8 तक के छात्रों से 5 रुपये की सांकेतिक सहयोग राशि तथा कक्षा-9 से 12 तक के छात्रों से 10 रुपये प्रति झण्डे की सांकेतिक सहयोग राशि निर्धारित करने पर सहमति बनी।