विश्व संस्कृत दिवस निमित्तक दो प्रतियोगिताएं डॉ वन्दना द्विवेदी सह आचार्य संस्कृत विभाग के संयोजकत्व में आयोजित की गयी। प्रत्येक वर्ष श्रावणी पूर्णिमा को रक्षाबंधन पर्व, श्रावणी उपाकर्म एवं विश्व संस्कृत दिवस मनाया जाता है।इसी क्रम में प्रथम प्रतियोगिता संस्कृत श्लोक आधारित चित्र पोस्टर प्रतियोगिता तथा द्वितीय संस्कृत श्लोक स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें संस्कृत विभाग की सभी छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।इन प्रतियोगिताओं की निर्णायक सदस्या हिंदी विभाग की विभागाध्यक्षा प्रोफेसर मंजुला यादव तथा डॉ अंकिता पांडे ,सहायक आचार्य हिंदी विभाग ने अपना निर्णय दिया। पोस्टर प्रतियोगिता में स्नातक तृतीय सत्र की हर्षिता को प्रथम स्थान , स्नातक प्रथम सत्र की समीक्षा को द्वितीय स्थान तथा स्नातक तृतीय सत्र की परी विमल एवं स्नातक प्रथम वर्ष की खुशी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। पोस्टर प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार स्नातक पंचम सत्र की आंशी वर्मा को प्राप्त हुआ।
इसी क्रम में स्लोगन प्रतियोगिता में स्नातक पंचम सत्र की आशना चौरसिया को प्रथम स्थान स्नातक प्रथम सत्र की संजना सोनगार को द्वितीय स्थान तथा स्नातक तृतीय सत्र की हर्षिता को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ और सान्त्वना पुरस्कार स्नातक पंचम सत्र की इंगिता को प्राप्त हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने कहा कि विश्व संस्कृत दिवस का मुख्य उद्देश्य संस्कृत भाषा के महत्व और उपयोगिता को प्रचारित करना तथा संरक्षित करना है इसके साथ ही यह दिन संस्कृत भाषा की सुरक्षा और अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर की याद दिलाता है। संस्कृत दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है इसे सभी आधुनिक भारतीय भाषाओं की जननी भी माना जाता है। इस अवसर पर संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रीता तिवारी समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ विनीता सिंह , डॉ अपर्णा राय एवं महाविद्यालय की सम्मानित प्रवक्तागण तथा छात्राएं उपस्थित रहीं।