लखनऊ : (मानवी मीडिया) पालतू जानवरों को पालने वाले लोगों की टेंशन बढ़ गई है। नगर निगम के पशु कल्याण विभाग की ओर से पेट लाइसेंस की जांच का अभियान शुरू किया गया है। इस क्रम में निगम की टीम ने शनिवार सुबह जोन-आठ में पेट लाइसेंस चेकिंग अभियान चलाया। टीम ने आशियाना चौराहा और एलडीए कॉलोनी के आसपास चेकिंग शुरू की।
यह देखकर कोई अपने डॉगी को लेकर भागने लगा तो कोई गलियों में छिप गया। टीम ने बिना पेट लाइसेंस डॉगी टहलाते लोगों से कुल 20 हजार रुपये जुर्माना जमा करवाया गया। इस दौरान पांच लोगों ने मौके पर लाइसेंस बनवाया, जबकि लाइसेंस न होने पर एक डॉगी जब्त किया गया।
पेट लाइसेंस होने पर नगर निगम 5000 रुपये जुर्माना वसूलता है। चेकिंग के दौरान कई लोगों ने घर चलकर लाइसेंस दिखाने की बात कही, लेकिन घर पहुंचने पर भीतर से दरवाजा बंद कर लिया। अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद राव ने बताया कि ऐसे लोगों को नोटिस भेजकर जुर्माना वसूला जाएगा। वहीं, कुछ लोगों ने टीम के साथ बदसलूकी भी की। ऐसे लोगों के खिलाफ आशियाना थाने में तहरीर दी जाएगी।
अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद राव ने बतया कि किसी के पास 2000 वर्ग फुट जगह है, तभी वह दो डॉग पाल सकता है। इससे ज्यादा डॉग मिलने पर कार्रवाई होगी। विदेशी नस्ल के डॉग के लाइसेंस के लिए 1000 रुपये और देसी डॉग के रजिस्ट्रेशन के लिए 200 रुपये फीस तय है। हालांकि, नगर निगम में इस वर्ष लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या काफी कम है। वहीं, पालतू जानवरों को रखने वालों की संख्या बढ़ी ही है। ऐसे में अब उनकी परेशानी बढ़ने वाली है।