मुख्य वन संरक्षक/फील्ड डायरेक्टर, दुधवा टाइगर रिजर्व, लखीमपुर-खीरी द्वारा दुधवा टाइगर कर्न्जवेशन फाउण्डेशन से सम्बन्धित एजेण्डा बिन्दुवार प्रस्तुतिकरण किया गया। बैठक में मुख्य तौर पर पिछले वर्ष का दुधवा टाइगर कर्न्जवेशन फाउण्डेशन का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया। विगत वर्ष 2023-24 में 202.94 लाख के सापेक्ष 100.28316 लाख के व्यय को अनुमोदित किया गया। वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु फाउण्डेशन के पास उपलब्ध 415.60 लाख की धनराशि के विरुद्ध 265.80 लाख के प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया।
वन मंत्री द्वारा इस बात पर बल दिया गया कि मानव वन्यजीव संघर्ष, पर्यटन एवं फ्रन्टलाइन स्टॉफ के ऊपर किये जाने वाले व्यय को प्राथमिकता दी जाये। ईको टूरिज्म सम्बन्धित शुल्क पिछले वर्ष से 10 प्रतिशत की दर बढाकर रखा गया, इस पर जनप्रतिनिधयों द्वारा यह अवगत कराया गया कि पिछले वर्ष की भांति ही इस वर्ष भी ईको टूरिज्म सम्बन्धित शुल्क रखा जाए। शासी निकाय सदस्यगण द्वारा इस सुझााव को स्वीकार करते हुए पिछले वर्ष की दर को ही अनुमोदित किया गया।इस अवसर पर मंत्री द्वारा निर्देश दिये गये कि आवंटित धनराशि को इसी वर्ष ही सम्पूर्ण व्यय किया जाए। सुहेली नदी एवं गेरुवा नदी पर शिल्ट सफाई के लिए प्रस्ताव बनाकर उच्च स्तर को भेजने के निर्देश दिये गये। समिति द्वारा इस वर्ष में पर्यटन में प्रयोग में लाये जा रहे वाहनों में जी0पी0एस0 लगवाने का अनुमोदन दिया गया। विधायिका क्षेत्र-बेलहा द्वारा वन क्षेत्र के समीप रह रहे ग्राम वासियों हेतु लाइट एवं शौचालय बनवाने का प्रस्ताव रखा गया उक्त प्रस्ताव को सदस्यों द्वारा स्वीकार किया गया तथा विभिन्न संस्थाओं से कार्य कराये जाने प्रस्तावित किया गया।
बैठक में रोमी साहनी विधायक, पलिया, सरोज सोनकर, सदस्य, विधान सभा क्षेत्र-बलहा, जनपद बहराइच, अध्यक्ष जिला पंचायत, लखीमपुर-खीरी व बहराइच, अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, मनोज सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, सुधीर शर्मा तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव संजय श्रीवास्तव सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।