मुख्यमंत्री योगी ने स्वा० कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित द्वितीय हिन्दू गौरव दिवस कार्यक्रम को किया सम्बोधित - मानवी मीडिया

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Wednesday, August 21, 2024

मुख्यमंत्री योगी ने स्वा० कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित द्वितीय हिन्दू गौरव दिवस कार्यक्रम को किया सम्बोधित

लखनऊ (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री आज यहां स्वर्गीय  कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित द्वितीय हिन्दू गौरव दिवस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने स्वा कल्याण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर स्वा कल्याण सिंह के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।

 मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज श्रद्धेय बाबूजी  कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर हिंदू गौरव दिवस के रूप में यह समारोह आयोजित किया गया है। श्रद्धेय  कल्याण सिंह ने अलीगढ़ जनपद के एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लिया था। उनमें जन्म से ही संघर्ष का जज्बा था। उन्होंने जन्म से ही चुनौतियों से मुकाबला करना सीखा था। कल्याण सिंह  ने किसान, शिक्षक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक तथा फिर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में अपनी यात्रा प्रारम्भ की। वह विधायक और सांसद भी रहे। बाबूजी की यात्रा शून्य से शिखर की यात्रा है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाबूजी आपातकाल के दौरान जेल में भी बंद हुए थे। आपातकाल के बाद प्रदेश में बनी सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री रहे। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के बाद सरकार बनने पर स्वा कल्याण सिंह मुख्यमंत्री भी बने। वर्ष 1997 में वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी उन्होंने अपने संवैधानिक पद के दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाबूजी ने विपरीत परिस्थितियों में कार्य करते हुए उस समय की ताकतों का मुकाबला किया, लेकिन श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के मार्ग से नहीं हटे। अंततः परिणाम हमारे सामने था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में पांच सदी के इंतजार को समाप्त करते हुए श्री रामलला के भव्य मंदिर का लोकार्पण किया गया है। आज पूरी दुनिया के सनातन हिंदू धर्मावलंबी सुखद अनुभूति कर रहे हैं। श्री रामजन्मभूमि पर प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण दुनिया के सभी दमित और शोषित लोगों के लिए आशा की किरण है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाबूजी का जीवन भारत की राष्ट्रीयता के लिए समर्पित था। उन्होंने जातिवाद को प्रश्रय नहीं दिया। उन्होंने समाज को विभाजित करने वाली ताकतों से सदैव दूरी बनाए रखी। मूल्य आधारित जीवन जीते हुए बाबूजी ने राजनीति को आदर्श का माध्यम बनाया। राजनीति उनके लिए सत्ता, भोग, सौदेबाजी और स्वार्थ पूर्ति का माध्यम नहीं थी। वह जिस भी पद पर रहे, उन्होंने मूल्य और आदर्शों के साथ कभी कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने संघ की पाठशाला में एकनिष्ठा की शिक्षा ली और इसका आजीवन पालन करते हुए कार्य किया। इसीलिए वह कोटि-कोटि कार्यकर्ताओं के विश्वास का प्रतीक बन पाए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 30 अक्टूबर और 2 नवम्बर, 1990 की तिथि भारत के इतिहास में काले अध्याय के रूप में लिखी जाएगी, जब अयोध्या में निर्ममतापूर्वक रामभक्तों का लहू बहाया गया था। रामभक्तों पर निर्ममतापूर्वक गोलियां चलायी गई थी। श्रद्धेय बाबूजी ने इसके खिलाफ आवाज मुखर की थी। उस समय की सरकार हिंदू समाज को आपस में बांटने का कार्य कर रही थी। इनके खिलाफ कल्याण सिंह जी च‌ट्टान बनकर खड़े थे। बाबूजी ने कहा था कि हम हिंदू समाज को बंटने नहीं देंगे। बाबूजी ने यह भी कहा था कि जातीयता का जहर घोलने वाले लोग भारत को कमजोर कर देश के सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर रहे हैं। यह हमें आपस में बांट रहे हैं। तुष्टिकरण की राजनीति कर उत्तर प्रदेश को दंगों की आग में झोंक रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 02 वर्ष बाद 06 दिसंबर, 1992 को केन्द्र सरकार का दबाव था कि अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलाई जाए। बाबूजी ने उस समय रामभक्तों पर गोली चलवाने से इनकार कर दिया था। कल्याण सिंह जी ने कहा था कि सरकार रहे या जाए हम रामभक्तों पर गोली नहीं चलाएंगे। केंद्र सरकार चाहे तो राज्य सरकार को बर्खास्त कर सकती है। उनका संकल्प पूरा हुआ और वह अपने पद से इस्तीफा देने को तैयार हैं। बाबूजी ने मुख्यमंत्री पद को ठुकरा कर संघर्ष का रास्ता चुना।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि श्रद्धेय बाबूजी के दिवंगत होने पर समाजवादी पार्टी के मुखिया ने संवेदना भी व्यक्त नहीं की। वह श्रद्धांजलि देने भी नहीं गए। वहीं प्रदेश का एक दुर्दात माफिया मरा, तो उसके घर फातिहा पढ़ने चले गए थे। यह पी०डी०ए० का वास्तविक चरित्र है। अयोध्या, कन्नौज और लखनऊ में जो घटनाएं घटी, वही पी०डी०ए० का वास्तविक चरित्र है। जब तक हम इनका एकजुट होकर मुकाबला नहीं करेंगे, यह प्रदेश की जनता को बेवकूफ बनाते रहेंगे। आज यह आवश्यक है कि हम उनकी वास्तविकता को समझें। डबल इंजन सरकार ने इनकी गुण्डागर्दी और अराजकता के स्रोत बंद कर दिए हैं, इसलिए यह परेशान है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम बाबूजी की तीसरी पुण्यतिथि हिन्दू गौरव दिवस के रूप में मना रहे हैं। हमें हिन्दू एकता के महत्व को समझना होगा। हिन्दू कोई जाति, मत अथवा मजहब नहीं है। यह किसी संकीर्ण दायरे से बंधा शब्द नहीं है। यह भारत की सुरक्षा, एकता और एकात्मता की गारण्टी है। जब तक भारत का मूल हिन्दू सनातन समाज मजबूत है, तब तक भारत की एकता और अखण्डता को दुनिया की कोई भी ताकत चुनौती नहीं दे सकती है। जिस दिन यह एकता अखंडित हो जाएगी, उस दिन भारत को फिर से बांटने में विदेशी ताकतें सफल हो जाएंगी। हमें इन साजिशों को बिल्कुल भी सफल नहीं होने देना है। जो लोग हमें बांटने का काम कर रहे हैं, उनके चेहरे, चाल और चरित्र अलग-अलग है। यह बोलते व दिखाते कुछ हैं तथा करते कुछ है। जब भी इन्हें अवसर मिला है, इन्होंने उत्तर प्रदेश को दंगों की आग में झोंका है। जब भी इन्हें अवसर मिला, इन्होंने हिन्दुत्व के नायकों को अपमानित किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 1991 में श्रद्धेय बाबूजी ने जीरो टॉलरेंस की जिस नीति को शुरू किया था, वह आज भी प्रदेश में लागू है। डबल इंजन की सरकार प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में अपराध और अपराधियों तथा भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर रही है। प्रदेश की जनता का बाल भी बांका नहीं होने दिया जाएगा। श्रद्धेय बाबूजी का जीवन जिन मूल्यों और आदर्शों के लिए समर्पित था, हम भी उन मूल्यों और आदर्शों को लेकर कार्य करें। बाबूजी की इस विरासत को उनके सुपुत्र पूर्व सांसद  राजवीर सिंह 'राजू भैया', उनके सुपौत्र  संदीप सिंह और उनके अनुयायी लगातार आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। हमें उन मूल्यों और आदर्शों से विचलित हुए बगैर निरन्तर आगे बढ़ना

चाहिए।

 मानवी मीडिया कि ओर से श्रद्धेय स्वा० कल्याण सिंह जी को शत् -शत् नमन 

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