लखनऊ : (मानवी मीडिया) डालीगंज इलाके में युवक का शव फंदे से लटकता मिला। बदबू आई तब लोगों ने पुलिस को बताया। पुलिस ने शव को उतारा तो परिवार के लोग भी थे। रूम से इतनी बदबू आ रही थी कि पिता, अपने बेटे की लाश के करीब तक नहीं गए। मृतक रोहित मऊ जिले के घोसी का रहने वाला है। लखनऊ में मेडिकल की दुकान पर काम करता था। सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रहा था।
9 अगस्त को परिवार वालों से बातचीत के बाद वो परेशान था। पुलिस को अनुमान है कि 9 अगस्त (शुक्रवार) को ही उसने फांसी लगाई थी। युवक 7 अगस्त को डालीगंज में कमरा लिया था। इधर बेटे का फोन बंद होने से पिता परेशान हो गए। 9 अगस्त को मऊ से लखनऊ आ गए। अलीगंज थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
मृतक रोहित यादव ने शुक्रवार को सुसाइड किया। ( फाइल फोटो) 2 साल से लखनऊ में रह रहा थारोहित के पिता ने पुलिस बताया कि मेरा बेटा 2 साल से लखनऊ में रहता था। वो मेडिकल फील्ड में काम करता था। परिवार की जिम्मेदारियां संभालने के साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी भी करता था। लेकिन वो सुसाइड कर लेगा ऐसा कभी नहीं लगा। नाइलॉन की रस्सी से लगाई फांसीमदेयगंज थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर फॉरेंसिक टीम ने जांच की है। युवक ने हुक में नाइलॉन की रस्सी बांधकर, उसी के सहारे फांसी लगाई थी। तेज बदबू आने के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। तब गेट तोड़ा और मामले का खुलासा हुआ।
मृतक रोहित यादव के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर पुलिस ने किसान पिता की उम्मीद था रोहितरोहित के पिता त्रिभुवन यादव ने बताया कि रोहित तीन भाई -बहनों में सबसे बड़ा था। वो अपने छोटे भाई और बहन को भी पढ़ाई के लिए हौसला देता था। हमेशा कहता था कि मन लगाकर पढ़ाई करो, जो भी कमी होगी मैं सब पूरा करुंगा। पिता ने बताया कि किसानी करके मैंने अपने तीनों बच्चों को पढ़ाया था। परिवार का गुजारा करता था। कुछ समय से रोहित भी परिवार को संभालने लगा था।
मृतक रोहित यादव ने शुक्रवार को सुसाइड किया। ( फाइल फोटो) 2 साल से लखनऊ में रह रहा थारोहित के पिता ने पुलिस बताया कि मेरा बेटा 2 साल से लखनऊ में रहता था। वो मेडिकल फील्ड में काम करता था। परिवार की जिम्मेदारियां संभालने के साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी भी करता था। लेकिन वो सुसाइड कर लेगा ऐसा कभी नहीं लगा। नाइलॉन की रस्सी से लगाई फांसीमदेयगंज थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर फॉरेंसिक टीम ने जांच की है। युवक ने हुक में नाइलॉन की रस्सी बांधकर, उसी के सहारे फांसी लगाई थी। तेज बदबू आने के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। तब गेट तोड़ा और मामले का खुलासा हुआ।
मृतक रोहित यादव के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर पुलिस ने किसान पिता की उम्मीद था रोहितरोहित के पिता त्रिभुवन यादव ने बताया कि रोहित तीन भाई -बहनों में सबसे बड़ा था। वो अपने छोटे भाई और बहन को भी पढ़ाई के लिए हौसला देता था। हमेशा कहता था कि मन लगाकर पढ़ाई करो, जो भी कमी होगी मैं सब पूरा करुंगा। पिता ने बताया कि किसानी करके मैंने अपने तीनों बच्चों को पढ़ाया था। परिवार का गुजारा करता था। कुछ समय से रोहित भी परिवार को संभालने लगा था।
लेकिन उसने सुसाइड करके हमारी सारी उम्मीद को खत्म कर दिया। पिता ने कहा- कॉल डिटेल्स निकाली जाएमृतक रोहित यादव के पिता ने कहा कि लखनऊ पुलिस बेटे के फोन की कॉल डिटेल्स निकलवाए। जिससे पता चले कि आखिर उसकी बात किन लोगों से होती थी, वो किस बास से परेशान था? पिता ने बताया कि मेरा बेटा बहुत होनहार था। कभी परिवार वालों से नाराज नहीं हुआ। लेकिन सुसाइड के दिन हम लोगों से भी अलग बर्ताव कर रहा था। सुसाइड के पीछे जो भी वजह हो वो सामने आनी चाहिए।