(मानवी मीडिया) अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के दो अंतरिक्ष यात्री (एस्ट्रोनॉट्स) लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए हैं। ये एस्ट्रोनॉट्स भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर हैं। वे कुछ समय के लिए स्पेस में गए थे लेकिन अब उन्हें फुल टाइम एस्ट्रोनॉट्स की तरह वहां कम से कम 6 महीने बिताने पड़ सकते हैं। इस बीच एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है।
बताया जा रहा है कि एक चीनी रॉकेट के मलबे ने सुनीता विलियम्स सहित कई एस्ट्रोनॉट्स की जान खतरे में डाल दी। बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में चीन का एक रॉकेट आसमान में फट गया था, जिससे इसका मलबा चारों-ओर बिखर गया है। इस चीनी रॉकेट के मलबे के कारण कई अंतरिक्ष यात्रियों को जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
इस बीच यूएस स्पेस कमांड ने कहा है कि फिलहाल ऐसा कोई जोखिम अभी नहीं दिख रहा है। चीन ने 6 अगस्त को, ताइयुआन सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से यह रॉकेट लॉन्च किया था। चीन का यह लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट सैटेलाइट्स को तैनात करने के ठीक बाद फट गया। रॉकेट 18 G60 सैटेलाइट लेकर गया था। अब इसके फटने से अंतरिक्ष में मलबे के 700 से अधिक टुकड़े बन गए। यह मलबा 1,000 से अधिक सैटेलाइट्स को प्रभावित कर सकता है।
लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट पृथ्वी की सतह से 503 मील (810 किलोमीटर) ऊपर फटा, जो ISS से बहुत ऊपर पर है। ISS पृथ्वी से 254 मील (408 किलोमीटर) ऊपर है। अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इस घटना का कारण क्या था। ब्लूमबर्ग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन इस मलबे की निगरानी कर रहा है, और विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है।
इसने कहा, "चीन ने आवश्यक उपाय किए हैं और संबंधित कक्षीय क्षेत्रों की बारीकी से निगरानी कर रहा है और डेटा विश्लेषण कर रहा है। चीन बाहरी अंतरिक्ष पर्यावरण की सुरक्षा को बढ़ावा देता है और बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक स्थिरता बनाए रखता है।" 2022 में भी इसी तरह की घटना की सूचना मिली थी, जब एक अन्य लॉन्ग मार्च 6A रॉकेट में विस्फोट हुआ था, जिससे अंतरिक्ष मलबे के 500 से अधिक टुकड़े बन गए थे। इससे सैटेलाइट्स जैसे अन्य अंतरिक्ष पिंडों से टकराव का खतरा बढ़ गया था।