उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) यूपी एसएससी टेक्निकल भर्ती रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी पिकप भवन पहुंचे। यहां 'भर्ती लापता' का पोस्टर लेकर धरना प्रदर्शन किया। आयोग के सचिव से भी मिले और जल्द रिजल्ट जारी करने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे बाबूराम गुप्ता का कहना है कि यूपी एसएससी के थ्रू कंबाइंड टेक्निकल की भर्ती 2016 में आई थी। मार्च 2023 में परीक्षा हुई। मार्च 2024 में रिजल्ट आना था। डॉक्यूमेंटेशन अप्रैल में हुआ, लेकिन अभी तक नहीं जारी किया गया। मुख्यमंत्री के जनता दरबार गए। यूपी एसएससी के सचिव से मिले।
हर जगह सिर्फ आश्वासन मिला। आज भी रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया गया है। हाथ जोड़कर सचिव और अध्यक्ष से निवेदन है कि हमारे बेरोजगारी के दर्द को समझा जाए। हम मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजर रहे हैं। अब घर वाले भी खर्च देने को तैयार नहीं हैं। होम ट्यूशन पढ़ाकर किसी तरह से खर्च निकालना पड़ रहा है। सबसे पुरानी भर्ती, अभी तक रिजल्ट नहीं नितेश उपाध्याय का कहना है कि 2016 की सबसे पुरानी और लंबित भर्ती है। इसके लिए आयोग आए। सचिव के सामने अपनी बात रखी। आयोग की पुरानी भर्ती होने के बावजूद इसकी उपेक्षा क्यों की जा रही
यूपी एसएससी टेक्निकल भर्ती रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी पिकप भवन पहुंचे। सात साल बाद हुई थी परीक्षा सात साल के लंबे अंतराल के बाद विभाग की तरफ से परीक्षा कराई गई। उसके डेढ़ साल बाद रिजल्ट आता है। लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई है। 292 पदों पर भर्ती आई थी, जिसके बाद कुछ पदों पर भर्ती वापस ले ली गई। सिर्फ 248 पदों पर भर्ती बची है। डॉक्यूमेंटेशन के बाद इस प्रक्रिया को पूरा करना चाहिए। यूपी एसएससी के थ्रू कंबाइंड टेक्निकल की भर्ती 2016 में आई थी। मार्च 2023 में परीक्षा हुई।मार्च 2024 में रिजल्ट आना था। रिजल्ट नहीं आने से छवि हो रही धूमिल कुलदीप कुमार ने कहा कि 8 साल हो गए अभी तक फाइनल रिजल्ट नहीं आया। तारीख पर तारीख दी जा रही है। विधायक और सांसद समय पर बन रहे, लेकिन नियुक्ति नहीं हो रही है। इनका कहना है कि इसका रिजल्ट जल्दी दिया जाए। आए दिन सुनने में आ रहा है कि टेक्निकल भर्ती का अभ्यर्थी सुसाइड कर लिया। इससे छवि धूमिल होती है। प्रयागराज में हत्यारोपी को थाने से छोड़ा:पीड़ित परिवार बोला- वह केशव मौर्य का करीबी, हमारी जान को खतरा, CM योगी न्याय करें भाजपा विधायक बोलीं- इतने जूते पड़ेंगे कि गिन नहीं पाएंगे:सपाइयों की मानसिकता गंदी; महिलाओं को वस्तु समझते हैं महिलाओं की 120 किमी की कावंड़ यात्रा:प्रयागराज के संगम से काशी तक जल लेकर पैदल जाएंगी, बोलीं- भोले बाबा सभी को खुश रखें