कोलकाता : (मानवी मीडिया) आरजीकर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर मचे बवाल के बीच 14 अगस्त की रात अस्पताल में तोड़फोड़ की गई, जिसे लेकर अब नया विवाद छिड़ गया है. बीजेपी और राज्यपाल ने हमले के लिए बंगाल सरकार को जिम्मेदार बताया है, वहीं गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरजीकर हॉस्पिटल में तोड़फोड़ के पीछे भाजपा और लेफ्ट का हाथ बताया है. इस बीच पश्चिम बंगाल की पुलिस ने भी अस्पताल में तोड़-फोड़ करने वाले आरोपियों की फोटो जारी कर दी है.
हमले में भाजपा के लोग शामिल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘कल (बुधवार रात) आरजी कर में जो क्षति हुई है जिन्होंने यह तांडव किया है वे आरजी कर के छात्र आंदोलन से जुड़े नहीं हैं, वे बाहर के लोग हैं, मैंने जितनी वीडियो देखी है, उसमें किसी के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज हैं वे भाजपा के लोग हैं, और कुछ लोगों के हाथ में सफेद लाल झंडे हैं. कल पुलिस पर भी आक्रमण हुआ… पुलिस के लोगों पर बहुत आक्रमण हुआ लेकिन मैं उन्हें साधुवाद देना चाहूंगी कि उन्होंने धीरज नहीं खोया, उन्होंने शांति के लिए किसी को चोट नहीं पहुंचाई… अब केस हमारे हाथ में नहीं हैं CBI के हाथ में हैं, आपको कुछ बोलना है तो CBI को बोलें, हमें कोई आपत्ति नहीं हैं.’
वाम और राम एकत्रित होकर कर रहे ये काम
सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा, ‘जहां तक मुझे जानकारी मिली है, मैं छात्रों को दोष नहीं दूंगी. वाम और राम एकत्रित होकर यह कर रहे हैं. घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, हम अभी भी कहते हैं कि फांसी होनी चाहिए. हमने सारे दस्तावेज दे दिए हैं, जो भी लीक हो रहा है, जब तक हमारी पुलिस जांच कर रही थी, तब तक कुछ भी लीक नहीं हुआ. मेरी और बंगाल के लोगों की संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं. यह बहुत बड़ा अपराध है, इसकी एकमात्र सजा फांसी है,
अगर अपराधी को फांसी होगी तभी लोगों को इससे सबक मिलेगा लेकिन किसी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए.’ इस बीच गुरुवार को राज्य पुलिस मोबाइल फोरेंसिक यूनिट आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पहुंची, जहां एक महिला डॉक्टर के बलात्कार-हत्या पर डॉक्टरों और छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने तोड़फोड़ की थी.