उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) यूपी भर्ती बोर्ड ने सिर्फ भर्ती परीक्षाओं के माध्यम से 587 करोड़ रुपए की कमाई की है। पिछले 16 साल में करीब 1 करोड़ 58 लाख फॉर्म खरीदे गए। इस बात खुलासा भर्ती बोर्ड द्वारा LDA को भेजे गए तीन पन्ने के लेटर से हुआ है। दरअसल, भर्ती बोर्ड LDA से करीब 17280.01 वर्गमीटर जमीन खरीद रहा है। सीजी सिटी परियोजना में यह जमीन आवंटित भी कर दी गई है। इसके एवज में LDA ने 141 करोड़ 77 लाख 93 हजार 800 रुपए जमा करने की बात कही है। भर्ती बोर्ड यह पैसा समय से नहीं दे पाया। इसी वजह से बोर्ड ने LDA को लेटर लिखा है और इसी लेटर में अपनी कमाई का ब्यौरा दिया है। बोर्ड ने माना है कि अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं से बोर्ड को 587 करोड़ रुपए की आमदनी हुई है।पुलिस भर्ती बोर्ड ने नये कार्यालय के लिए जमीन खरीद की योजना बनाई। 200 करोड़ रुपए बस एक परीक्षा से आएउत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी पुलिस भर्ती के लिए 60,244 पदों की वैकेंसी निकाली थी। नोटिफिकेशन 23 दिसंबर 2023 को जारी हुआ। 27 दिसंबर से आवेदन शुरू हुए। 16 जनवरी 2024 आवेदन की आखिरी तारीख थी। ऐसे में विंडो लॉक करते समय तक 50,14,924 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इसमें महिलाओं की संख्या 15 लाख थी। सामान्य के लिए 24102 पद, OBC के लिए 16264, EWS 6024 पद और SC 1204 पद आरक्षित किए गए थे। सभी अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की फीस 400 रुपए रखी थी।
कुल आवेदन फीस की बात करें इस आवेदन से सरकार को 200 करोड़ 59 लाख 69 हजार 600 रुपए की कमाई हुई। 11 करोड़ रुपए किराए पर खर्चभर्ती बोर्ड ने अब तक 11 करोड़ रुपए से ज्यादा पैसा सिर्फ किराए पर खर्च कर दिया है। सबसे पहले विधानसभा मार्ग स्थित तुलसी गंगा कॉम्प्लेक्स भवन में किराए पर कार्यालय शुरू हुआ। जगह कम पड़ने के बाद पास के भवन तुलसी गंगा मीनार को भी किराए पर लिया गया। साल 2009 से अब तक दोनों भवनों पर विभाग ने 10 करोड़ 62 लाख 24 हजार 172 रुपए खर्च कर किए हैं। इसके बाद तीसरा भवन ओम कैलाश टावर में लिया गया। 1486.13 वर्गमीटर के इस भवन के लिए हर महीने 3 लाख 50 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ऐसे में जून 2024 तक इस भवन के लिए भी 24 लाख 50 हजार रुपए खर्च हो चुके हैं। तीनों भवनों को जोड़ दिया जाए तो अब तक करीब 11 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान विभाग सिर्फ किराए के तौर पर कर चुकी है। फिर भी कुछ भवनों में शौचालय तक की सुविधा नहीं है।
भर्ती बोर्ड ने किराए पर खर्च किए हैं 11 करोड़ रुपए। इन जगहों पर कागज रखने पड़ेविभाग की तरफ से कराए गए अलग-अलग परीक्षाओं के कागज बोर्ड कार्यालय भवनों के अलावा अग्निशमन केंद्र उन्नाव, रामसनेही घाट बारांबकी, 11वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सीतापुर, पुलिसलाइन लखनऊ, पुलिस आवास इन्क्लेव विभूति खंड, गोमती नगर में रखने पड़े। 15 से ज्यादा जगहों पर विभाग के कागजात रखे गए हैं। LDA से जमीन लेकर बनेगा नया कार्यालयबोर्ड ने नया कार्यालय बनाने के पीछे तर्क दिया है कि अभी तीन अलग-अलग भवनों में किराए पर भर्ती बोर्ड का कार्यालय चल रहा है। यहां पर पर्याप्त जगह नहीं है। यहां तक की जरूरी कागज भी विभाग नहीं रख पाता है। इसलिए नया कार्यालय बनाना बेहद जरूरी है। यह भी पढ़ें यूपी में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल:लखनऊ सहित प्रदेश के 4 हजार से ज्यादा डॉक्टर स्ट्राइक पर, मरीजों के इलाज पर संकट
भर्ती बोर्ड ने किराए पर खर्च किए हैं 11 करोड़ रुपए। इन जगहों पर कागज रखने पड़ेविभाग की तरफ से कराए गए अलग-अलग परीक्षाओं के कागज बोर्ड कार्यालय भवनों के अलावा अग्निशमन केंद्र उन्नाव, रामसनेही घाट बारांबकी, 11वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सीतापुर, पुलिसलाइन लखनऊ, पुलिस आवास इन्क्लेव विभूति खंड, गोमती नगर में रखने पड़े। 15 से ज्यादा जगहों पर विभाग के कागजात रखे गए हैं। LDA से जमीन लेकर बनेगा नया कार्यालयबोर्ड ने नया कार्यालय बनाने के पीछे तर्क दिया है कि अभी तीन अलग-अलग भवनों में किराए पर भर्ती बोर्ड का कार्यालय चल रहा है। यहां पर पर्याप्त जगह नहीं है। यहां तक की जरूरी कागज भी विभाग नहीं रख पाता है। इसलिए नया कार्यालय बनाना बेहद जरूरी है। यह भी पढ़ें यूपी में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल:लखनऊ सहित प्रदेश के 4 हजार से ज्यादा डॉक्टर स्ट्राइक पर, मरीजों के इलाज पर संकट