लखनऊ : (मानवी मीडिया) प्रयागराज में अगले वर्ष आयोजित होने वाले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ-2025 की तैयारियां प्रगति पर हैं। इसके तहत करोड़ों श्रद्धालुओं के ठहरने की उत्तम व्यवस्था के लिए बड़े पैमाने पर टेंट सिटी, होम स्टे, होटल्स आदि के साथ लोगों की सुविधा के लिए 4000 गाइड को प्रशिक्षित किये जाएगे। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। महाकुंभ-2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में पर्यटकों की सुविधा के लिए करीब 4000 गाइड प्रशिक्षित होंगे। प्रशिक्षण के लिए उम्र सीमा 18 से 60 वर्ष और न्यूनतम शैक्षिक योग्यता-12वीं पास होना आवश्यक है। प्रत्येक बैच 60 लोगों को होगा। गाइड की ट्रेनिंग 5 दिनों तक चलेगी, जबकि बोट मैन, टैक्सी ड्राइवर और स्टेकहोल्डर्स को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रकार महाकुंभ के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार किये जायेगे।
जयवीर सिंह ने बताया कि महाकुंभ 2025 में करीब 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिसके लिए तैयारियां जोरों पर है। इसी के तहत पर्यटन विभाग द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आज से होटल इलावर्त से प्रारंभ हो गया है। मान्यवर कांशीराम पर्यटन संस्थान, लखनऊ द्वारा 5 दिवसीय गाइड और बोटमैन, टैक्सी ड्राइवरों और स्टेकहोल्डर्स के लिए 1 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कराया जा रहा है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रशिक्षण के पश्चात सभी प्रतिभागियों को एक किट प्रदान की जाएगी, जिसमें पेन, नोटपैड आदि के साथ सर्टिफिकेट दिया जाएगा। वहीं, मेला शुरू होने के पश्चात जनवरी माह से कार्य करने वाले सभी ट्रेनी को मानदेय भी दिया जाएगा। इच्छुक आवेदक पर्यटन विभाग में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को पहले से भव्य और दिव्य ढंग से संपन्न कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं। पर्यटन विभाग दुनिया के इस सबसे बड़े मेले को पर्यटन की दृष्टि से एक अवसर के रूप में देख रही है। मेले में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं सृजित की जा रही हैं। महाकुंभ से पहले सभी अवस्थापना सुविधाओं का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने, दर्शन, स्नान आदि के साथ भ्रमण के लिए गाइड की व्यवस्था की जा रही है, ताकि आगंतुक एक सुखद एवं यादगार अनुभव लेकर जाएं और प्रदेश की अवस्थापना सुविधाओं के बारे में अन्य से चर्चा करें।