लखनऊ : (मानवी मीडिया) नेशनल पी. जी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग द्वार केंद्रीय बजट 2024-25 पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह आयोजन प्राचार्य प्रो. देवेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन में हुआ। यह आयोजन कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के सहयोग से क्रियान्वित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के व्यावहारिक अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रो. डॉ. नागेंद्र कुमार मौर्य, लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उर्वशी सिरोही, सी.ए. जतिन अग्रवाल, सीईओ सौरभ मिश्रा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आरंभ प्राचार्य द्वारा किया गया और इस कार्यक्रम में केंद्रीय बजट के मुख्य पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। चर्चा में औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार, इंटर्नशिप प्रोग्राम कौशल विकास अर्थव्यवस्था में मांग की कमी, कृषि विकास, रोजगार संबंधित योजनाओं और स्वास्थ्य क्षेत्र पर बजट आवंटन मुख्य बिंदु रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. नगेन्द्र ने कहा कि बजट में किए गए निवेश और सुधारों से अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है। उन्होंने विशेष रूप से बुनियादी ढ़ांचे के विकास पर किए गए निवेश को सराहा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए बजट में किए गए प्रावधान किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेंगे। उद्योग क्षेत्ररू उद्योग जगत के लिए बजट में किए गए सुधारों से निवेश को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होगे।
उन्होंने कहा कि बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सामाजिक क्षेत्रों के लिए किए गए प्रावधानों से गरीबों और बचितों का जीवन स्तर सुधरेगा। उन्होंने कुछ चुनौतियों की ओर भी इशारा किया, जैसे कि राजकोषीय घाटा और बढ़ती महंगाई। उन्होंने कहा कि सरकार को इन चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
प्राचार्य प्रो० देवेन्द्र कुमार सिंह ने बजट के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बजट को एक संतुलित बजट बताया और कहा कि यह आर्थिक विकास को गति देने और सामाजिक कल्याण के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त विभागों के शिक्षकगण उपस्थित रहे।