नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- झारखंड की हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए नई योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत राज्य सरकार 21 से 50 साल की महिलाओं को हर साल 12 हजार रुपये देगी। इस योजना को ‘मंईयां सम्मान योजना’ नाम दिया गया है। झारखंड में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे। माना जा रहा है कि महिला मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए हेमंत सोरेन सरकार यह योजना लेकर आई है।
झारखंड सरकार ने इस योजना के ऐलान के साथ ही इसे अमल में लाने के लिए जोरशोर से काम शुरू कर दिया है। राज्य का महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग पात्र महिलाओं को इससे जोड़ने के लिए शिविरों का आयोजन कर रहा है। राज्य के सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों को इस योजना को सफल बनाने के लिए जरूरी निर्देश दिए गए हैं। झारखंड एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने इस योजना का पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल के जरिए ही आवेदनों का सत्यापन होगा। महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के सचिव मनोज कुमार का दावा है कि पोर्टल पर एक घंटे में ही 36 हजार हिट हुए। साथ ही एक दिन में करीब 15 लाख हिट हुए। उन्होंने भरोसा जताया कि मंईयां योजना राज्य की महिलाओं के उत्थान में कारगर साबित होगी।
पात्र महिलाओं को योजना से जोड़ने के लिए सभी जिलों में कैंप लगाए जा रहे हैं। हर कैंप में 800 से 1000 लोग आ रहे हैं। इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए दो अगस्त को जागरूकता रथ भी रवाना किया गया। मनोज कुमार के मुताबिक, राज्य की करीब 50 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का फायदा मिलने की आशा की जा रही है।
योजना के लिए कौन सी महिलाएं हैं पात्र?
मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए 21 से 50 साल की आयु की ऐसी महिलाएं पात्र होंगी जिन्हें कोई अन्य पेंशन योजना का फायदा नहीं मिल रहा है। इस योजना का लाभ सिर्फ झारखंड की निवासी महिलाओं को ही मिलेगा। लाभ पाने की इच्छुक महिलाओं को आधार कार्ड, राशन कार्ड, एपिक कार्ड, आधार लिंक्ड बैंक खाते का विवरण देना जरूरी है। इस योजना के आवेदन फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इसके लिए आवेदन 21 अगस्त से पोर्टल के जरिए जमा किए जा सकेंगे।