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Thursday, July 25, 2024

भारत का US को दो टूक जवाब : हमें न पढ़ाएं पाठ, किससे कैसी हो दोस्ती ये हमारा अधिकार


भारत 
: (मानवी मीडियाभारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रूस यात्रा और रूस के साथ उसके संबंधों पर अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू की टिप्पणियों को खारिज करते हुए गुरुवार को कहा कि भारत और रूस के संबंध दीर्घकालिक हैं और बहुध्रुवीय विश्व में इसकी सराहना करनी चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपने नियमित ब्रीफिंग में इस बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत का रूस के साथ दीर्घकालिक संबंध है 

जो हितों की पारस्परिकता पर आधारित है। जायसवाल ने कहा कि बहुध्रुवीय विश्व में सभी देशों को चयन की स्वतंत्रता है। ऐसी वास्तविकताओं के प्रति सचेत रहना और उनकी सराहना करना हर किसी के लिए आवश्यक है। बता दें कि अमेरिकी कांग्रेस में कार्यवाही के दौरान डोनाल्ड लू ने प्रधानमंत्री मोदी के रूस दौरे के समय को लेकर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि भारत सस्ते हथियारों के लिए रूस पर निर्भर है। भारत रूस से गैस खरीदता है और उस पैसे का इस्तेमाल यूक्रेन में लोगों की जान लेने के लिए खर्च किया जा रहा है। दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने मंगलवार को अमेरिकी सांसदों से कहा था

मैं प्रधानमंत्री मोदी की मास्को यात्रा के प्रतीकवाद और समय को लेकर हमारी निराशा के बारे में आपसे पूरी तरह सहमत हूं। हम अपने भारतीय मित्रों के साथ बातचीत कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "यदि मैं उस यात्रा के संदर्भ पर कुछ प्रकाश डालूं तो संभव है कि आप कुछ आश्वस्त हों। मॉस्को जाने से दो सप्ताह पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के इतर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी मुलाकात की थी।" उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जिनका मैं बहुत सम्मान करता हूं और प्रशंसा करता हूं, को मॉस्को में युद्ध अपराधी पुतिन को गले लगाते हुए देखकर हैरान और दुखी हूं, ठीक उसी दिन जब पुतिन ने यूक्रेन के कीव में बच्चों के सबसे बड़े अस्पताल पर जानबूझकर मिसाइलें दागी थीं।"


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