वाशिंगटन (मानवी मीडिया): उत्तर प्रदेश में कांवड यात्रा के रूट पर खाने-पीने की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के सरकार के फैसले पर बवाल छिड़ा हुआ है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उसपर रोक लगा दी है। कोर्ट ने सरकार से जवाब भी मांगा है। इस बीच पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के एक पत्रकार ने भी इसका मुद्दा उठाया, जिसपर अमेरिका ने उसे आईना दिखाया है।
अमेरिका में पाकिस्तान पत्रकार ने नेमप्लेट का मुद्दा उठाया था। इसपर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ यात्रा मार्गों में भोजनालयों पर ‘नेमप्लेट’ के कार्यान्वयन पर अंतरिम रोक लगा दी है, इसलिए अब वो वास्तव में प्रभावी नहीं हैं, जिसपर सवाल उठाया जाए।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि हमने रिपोर्ट देखी हैं कि भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई को उन नियमों के कार्यान्वयन पर अंतरिम रोक जारी की है। इसलिए वे वास्तव में प्रभावी नहीं हैं। इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका ने सभी धर्मों के लिए समान व्यवहार के महत्व पर अपने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत की है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दिया था कि कांवड यात्रा के रूट पर सभी खाने-पीने की दुकाने के आगे मालिक अपना नाम लिखेंगे। इसके बाद उत्तराखंड सरकार और मध्यप्रदेश के उज्जैन में भी इसी तरह का आदेश लाया गया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इन आदेशों पर अंतरिम रोक लगा दी है।