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Friday, July 19, 2024

UPSTF ने असली नोटों के बदले दुगुना नकली नोट देने वाले ,2 ठग को किया गिरफ्तार

लखनऊ (मानवी मीडिया)असली नोटों के बदले दुगुना नकली नोट देने का झांसा देकर ठगी करने वाले संगठित गिरोह के 02 सदस्य कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार।

दिनांकः 18-07-2024 को एस०टी०एफ०, उत्तर प्रदेश को असली नोटों के बदले दुगुना नकली नोट देने का झांसा देकर ठगी करने वाले संगठित गिरोह के 02 सदस्यों को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार कर भारी मात्रा में नकली नोट बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-

1- रामस्वरूप विश्नोई पुत्र मन्नीराम निवासी नया गांव, पोस्ट व तहसील नोख, थाना जसरा, जनपद बीकानेर, राजस्थान।

2- विष्णु शर्मा पुत्र हीरालाल शर्मा निवासी ग्राम व पोस्ट नोखा, तहसील नोखा, जनपद बीकानेर, राजस्थान ।

बरामदगी-

1- रू0 500 की कूटरचित 50 गड्डी (सफेद पेपर की सहायता से तैयार)।

2- 03 अदद मोबाइल।

3- 01 अदद रबर स्टैम्प ।

4- 02 अदद पिठ्ठू बैग।

5- 08 अदद आईडीबीआई बैंक की स्लिप।

6- 02 अदद डेबिट/क्रेडिट कार्ड।

7- 02 अदद आधार कार्ड।

8- 01 अदद डीएल ।

9- 2,810 रू0 नकद ।

गिरफ्तारी का दिनांक, स्थान व समयः दिनांकः 18-07-2024 स्थानः स्कार्पियो क्लब के पास गढ़ी तिराहा थाना-गुडम्बा कमिश्नरेट लखनऊ समयः 21.15 बजे ।

विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ व उसके आस पास के जनपदों में नकली नोट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के बारे में सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ उ०प्र० की विभिन्न टीमों/फील्ड इकाईयों को अभिसूचना संकलन कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में श्री दीपक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ उ०प्र० लखनऊ के पर्यवेक्षण में एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।

अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि जनपद लखनऊ व आस-पास के क्षेत्र में एक सक्रिय गैंग द्वारा असली नोटों के बदले दुगना नकली नोट देने के नाम पर ठगी की जाती है। उक्त सूचना पर कर निरीक्षक हेमन्त भूषण सिंह के नेतृत्व में उ०नि० हरीश कुमार सिंह चौहान, उ०नि० पीयूष पाठक, मु०आ० विनोद कुमार यादव, मु०आ० पवन सिंह विसेन, मु०आ० कृष्णकान्त शुक्ल, मु०आ० सरताज अहमद, मु०आ० शिवानन्द शुक्ल, मु०आ० सुनील कुमार यादव, मु०आ० आलोक रंजन, आरक्षी राम सिंह यादव, मु०आ० चालक कपिलदेव की टीम जनपद

लखनऊ में भ्रमणशील थी। इस दौरान ज्ञात हुआ कि कुछ व्यक्ति असली नोट के बदले दुगुना नकली नोट देने के लिए स्कार्पियो क्लब के पास गढी तिराहे पर आने वाले है। यदि जल्दी की जाय तो पकडे जा सकते है। उक्त सूचना पर विश्वास करके एसटीएफ टीम द्वारा उक्त ज्ञात स्थान पर पहुँचकर उपरोक्त दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

विस्तृत पूछताछ पर दोनों अभियुक्तों ने बताया कि उनका एक गिरोह है जो असली नोट के बदले दुगुना नकली नोट देने का लालच देकर ठगी करता है। इनके द्वारा लोगों को नकली नोट के नाम पर उनसे कुछ रूपये लेकर उन्हें नकली नोट के नाम पर असली दुगुना नोट दिया जाता है। जब वह आदमी उन नोटों को बाजार में चलाता है तो उन्हें कोई नकली नहीं कहता है चूँकि वह असली नोट ही होती है। तब व्यक्ति को इनके उपर विश्वास हो जाता है। इसके उपरान्त वह व्यक्ति लालच में आकर इनसे और ज्यादा नोटों की मॉग करता है। जिस पर यह लोग उस व्यक्ति से ज्यादा नोट लेकर उसे अपने द्वारा तैयार किये गये कूटरचित नोट दे देते हैं।

उल्लेखनीय है कि इनके द्वारा सफेद पेपर पर कलर प्रिन्टर की मदद से 500 रूपये की नोटों की गड्डी तैयार की जाती है, जिसके उपर और नीचे असली नोट लगाया जाता है। शेष बीच में सफेद पेपर पर इस तरह से बार्डर तैयार किया जाता है जिससे कि ऐसा प्रतीत हो कि यह असली नोटो की गड्डी है। इन गड्डियों पर बैंको की स्लिप को स्कैन करके तैयार की हुई कूटरचित स्लिप लगा दी जाती है एवं बैंक के जैसे ही दिनांक व बैंक की मुहर लगाकर बण्डल तैयार करके उस बण्डल को सफेद पन्नी से लेमिनेट कर दिया जाता है। व्यक्तियों को यह बण्डल देने के पश्चात वहाँ से जल्द से जल्द निकल जाते है जब व्यक्तियों द्वारा बण्डल खोलकर देखा जाता है और इनको फोन मिलाया जाता है, तब यह अपना मोबाइल आफ कर लेते है। इनके द्वारा अपना असली नाम, पता आदि किसी को नहीं बताया जाता है।

गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना-गुडम्बा कमिश्नरेट लखनऊ में मु०अ०सं० 279/2024 धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 341 (1) बी०एन०एस० का अभियोग पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया है। अग्रेतर विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

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