(मानवी मीडिया) : रोडवेज में परिचालकों की कमी को देखते हुये जल्द ही 10 हजार परिचालकों की भर्ती होगी। कंडक्टरों की कमी से रोडवेज की काफी संख्या में बसें आफरूट हो रही है। परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है। गुरुवार को परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय सभागार कक्ष में निगम के वरिष्ठ अधिकारियों, क्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक की। मंत्री ने जल्द ही दस हजार कंडक्टरों की भर्ती पूरी करने के निर्देश दिये। साथ ही टेक्निकल स्टाफ की कमी दूर करने की बात कही। मंत्री ने कहा कि रोडवेज बस स्टेशनों के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी की बसें लोगों को मुहैया हो सके, इसके लिए गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्य करने की जरूरत है। वर्कशाप में बसों की अच्छी ढंग से मरम्मत कार्य किया जाए,
जिससे कि बसों की छत टपकने की समस्या दूर हो सके। टिकट,डीजल चोरी को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाया जाये। कैमरों के माध्यम से लगातार मॉनीटरिंग किया जाए। रोडवेज की बसों से यात्रा करते समय यात्रियों को आरामदायक यात्रा की अनुभूति हो सके। इसके लिए बसों की सीटें, शीशे बेहतर कंडीशन में हो। आनलाइन टिकट बुकिंग और बेहतर करने पर जोर दिया। बस चालक,परिचालक वर्दी में हो, नेम प्लेट लगा होना चाहिए। बस स्टेशनों,डिपो पर एक हेल्पलाइन नम्बर चस्पा हो, जिसपर यात्री किसी भी समय शिकायत दर्ज करा सकें। परिवहन मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान क्षेत्रों में संचालित बसों की लोड फैक्टर, फ्यूल एवरेज आय की समीक्षा की। उन्होंने नोयडा, गाजियाबाद, चित्रकूट,बरेली के प्रबंधकों को बेहतर प्रदर्शन की सराहना की जबकि मेरठ, मुरादाबाद और वाराणसी के क्षेत्रीय प्रबंधकों को खराब प्रदर्शन करने पर चेतावनी दी और कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिये।