उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) तीन-तलाक पर कानून बनाए जाने के बावजूद मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक दिया जा रहा है। जिसका सिलसिला बदस्तूर जारी है। सआदतगंज कोतवाली में एक महिला ने शौहर समेत ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीड़िता का कहना है कि ससुराल में दहेज की अतिरिक्त मांगों को लेकर उसे प्रताड़ित किया जाता रहा, जब उसने बेटी को जन्म दिया तब शौहर ने तीन बार तलाक-तलाक बोलकर उसे घर से निकला दिया गया। वहीं, सरोजनीनगर थाने में एक महिला ने ससुराल पक्ष वालों पर उसे जिंदा जलाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। फिलहाल, पुलिस दोनों ही मामलों की जांच में जुटी है। कानपुर के चमनगंज निवासी महिला का निकाह वर्ष 2021 में सआदतगंज निवासी मो. याकूब से हुआ था।
लिखित शिकायत में महिला ने बताया कि ससुराल में अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित किया जाता था। जब वह गर्भवती हुई तब सास ने जबरन लिंक जांच के लिए उसका अल्ट्रासांउड कराया। जिसमें गर्भ में बेटी होने की बात पता चलने पर गर्भपात का दबाव बनाया गया। गर्भपात से इंकार करने पर शौहर परिवारिक सदस्यों के साथ मिलकर उससे मारपीट करने लगा। मायके में बेटी को जन्म देने के बाद पीड़िता ससुराल पहुंची, जहां कुछ दिन रहने के बाद शौहर ने तीन तलाक बोलकर उससे घर से निकाल दिया। प्रभारी निरीक्षक बृजेश सिंह ने बताया कि महिला की लिखित शिकायत पर ससुराल पक्ष वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।