नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में आज विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आइडिया ऑफ इंडिया पर लगातार हमले हो रहे हैं। संविधान पर संगठित हमले हो रहे हैं। इस दौरान राहुल ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाई, जिस पर स्पीकर ने आपत्ति जताई।
राहुल गांधी ने कहा कि पिछले 10 साल में भारत के संविधान पर सुनियोजित हमला हुआ है। इसका विरोध करने वालों को कुचला गया है। हमारे कई नेताओं को जेल भेजा गया। कुछ नेता अभी भी जेल में हैं। देश ने मिलकर संविधान की रक्षा की।” उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर केंद्रीय जांच एजेंसियों ने मुझ पर भी हमला किया और मुझसे 55 घंटे पूछताछ हुई।
सदन में दिखाई भगवान शिव की तस्वीर
राहुल गांधी ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई। इस पर स्पीकर ने उन्हें टोका। उन्होंने कहा कि नियम के तहत यह उचित नहीं है। राहुल ने कहा कि तस्वीर के माध्यम से कुछ बताना चाहता हूं। शिवजी से कभी न डरने की शक्ति मिलती है। शिवजी ने हमे सत्य से कभी पीछे नहीं हटने की प्रेरणा मिलती है। बाएं हाथ में शिवजी का त्रिशुल अहिंसा का प्रतीक है। दाहिने हाथ में होता तो हिंसा का प्रतीक होता। सत्य, साहस और अहिंसा हमारा संबल है।
सत्ता पक्ष वाले हिंदू नहीं हैं- लोकसभा में बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, ‘मोदीजी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। इसका कारण है। हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं। दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए। ‘राहुल गांधी ने लोकसभा में कुरान का जिक्र किया, गुरु नानक, जीसस की तस्वीरें दिखाईं। कुरान में लिखा है- डरना नहीं है। जीसस का कहना है डरो मत डराओ मत।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया विरोध
राहुल गांधी के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। पीएम मोदी अपनी चेयर पर उठकर खड़े हुए और इसे गंभीर बात बताया। पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेता ने जो कहा, उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए। इस धर्म पर करोड़ों लोग गर्व से हिंदू कहते हैं। मैं उनको गुजारिश करता हूं कि इस्लाम में अभय मुद्रा पर एक बार वो इस्लामिक विद्वानों की राय वो ले लें।