लखनऊ, (मानवी मीडिया)राष्ट्रीय वृद्धजन कल्याण कार्यक्रम के तहत वृद्धजनों के स्वास्थ्य देखभाल एवं पेलियेटिव केयर को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पांच दिवसीय था जो कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल के निर्देशन में शनिवार को संपन्न हुआ ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बी. एन.यादव ने बताया कि वृद्धजनों को शारीरिक के साथ मानसिक समस्याएं भी होती हैं । वृद्धावस्था में सामान्यतया किस तरह की बीमारियां होती हैं, उनका क्या निदान हो सकता है, वृद्धजनों का इलाज करते समय किन बातों का ध्यान रखना है, क्या व्यवहार होना चाहिए और वह किस तरह से स्वस्थ जीवन जी सकते हैं इसके बारे में सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया । इसके अलावा
पेलिएटिव केयर के तहत घर में गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज की देखभाल करने, कम्युनिकेशन स्किल के बारे में जानकारी दी गई । इसके साथ ही उन्हें बताया गया कि गंभीर रूप से बीमार को किस तरह मनोसामाजिक और आध्यात्मिक सहयोग दें कि उनके मन में जीवन के प्रति हताशा न हो । प्रशिक्षण में दर्द का आंकलन करने और प्रबंधन का भी प्रशिक्षण भी दिया गया । इसके अलावा पेलिएटिव केयर में नर्सिंग के महत्व सहित अन्य बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई ।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक (डीसी पीएम)विष्णु प्रताप के सुपर विजन में सम्पन्न हुआ ।
डीसीपीएम ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर में 12 तरह की स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं । वृद्धजन स्वास्थ्य एवं पेलिएटिव केयर भी उनमें से एक सेवा है । प्रशिक्षण डा. अंदलीब रिजवी, डा. प्रीति, शालिनी फ्रांसिस और शाबिस्ता गजाला द्वारा दिया गया ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 24 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया ।