बैठक में मंत्री ने कहा कि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया जाये जहां 400-500 वृक्षों को ENTIRE TREE TRANSLOCATION किया जा सके, जिससे इस प्रकिया से प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। वन मंत्री जी द्वारा यह आदेश दिया गया कि अधिक से अधिक वृक्षों को ENTIRE TREE TRANSLOCATION के माध्यम से बचाने का प्रयास किया जाय। इस कार्य में जो भी समस्त औपचारिकतायें आवश्यक हैं उसे त्वरित गति से पूर्ण किया जाय। यह भी निर्देश दिये गये कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की लाटों, जिनमें 10-15 वर्ष पुराने वृक्षों को ENTIRE TREE TRANSLOCATION हेतु चयनित किया जाये। वन मंत्री जी द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि समस्त यूजर एजेन्सियों के साथ एक बैठक आयोजित कर ली जाय, जिससे उनको सम्पूर्ण वृक्ष स्थानान्तरण की प्रक्रिया के सम्बन्ध में संवेदनशील/जागरूक किया जा सके।
बैठक में सम्पर्ण वृक्ष स्थानान्तरण (ENTIRE TREE TRANSLOCATION) का कार्य लगभग 14 वर्षों से कर रही एजेन्सी द्वारा ENTIRE TREE TRANSLOCATION की विधि एवं बारीकियों के सम्बन्ध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया। मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि शासन द्वारा पूर्व में ENTIRE TREE TRANSLOCATION के कार्य हेतु उ०प्र० वन निगम को नोडल एजेन्सी नामित किया गया है। अपर मुख्य सचिव द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि सर्वप्रथम ENTIRE TREE TRANSLOCATION के क्षेत्र में कार्य कर रही एजेन्सियों को चिन्हित कर इम्पैनल किया जाये।बैठक में उ०प्र० वन निगम के प्रबन्ध निदेशक सुनील चौधरी एवं प्रमोद कुमार गुप्ता, नोडल अधिकारी के साथ वन निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।