बंगाल : (मानवी मीडिया) बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वह पड़ोसी देश में संकट में फंसे लोगों के लिए अपने राज्य के दरवाजे खुले रखेंगी और उन्हें शरण दी जाएगी. उनके इस ऐलान के बाद बीजेपी की ओर से निशाना साधा गया है. बीजेपी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘ममता बनर्जी एक ओर कहती हैं कि हम धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत आए हिंदू शरणार्थियों को सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने और उनके वैध अधिकार प्राप्त करने की अनुमति नहीं देंगे. अगर वे जोर देते हैं, तो हम अवैध रोहिंग्याओं से कहेंगे, जो टीएमसी को वोट देते हैं, ट्रेनें जलाएं, सड़कें जाम करें और लोगों को मारें.’मालवीय ने कहा, ‘वहीं दूसरे दिन ममता बनर्जी कहती हैं कि बांग्लादेशियों का भारत में स्वागत है. ममता बनर्जी को भारत में किसी का भी स्वागत करने का अधिकार किसने दिया? इमिग्रेशन और नागरिकता विशेष रूप से केंद्र के अधिकार क्षेत्र में हैं. राज्यों के पास कोई अधिकार नहीं है.’
बंगाल : (मानवी मीडिया) बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वह पड़ोसी देश में संकट में फंसे लोगों के लिए अपने राज्य के दरवाजे खुले रखेंगी और उन्हें शरण दी जाएगी. उनके इस ऐलान के बाद बीजेपी की ओर से निशाना साधा गया है. बीजेपी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, ‘ममता बनर्जी एक ओर कहती हैं कि हम धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत आए हिंदू शरणार्थियों को सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन करने और उनके वैध अधिकार प्राप्त करने की अनुमति नहीं देंगे. अगर वे जोर देते हैं, तो हम अवैध रोहिंग्याओं से कहेंगे, जो टीएमसी को वोट देते हैं, ट्रेनें जलाएं, सड़कें जाम करें और लोगों को मारें.’मालवीय ने कहा, ‘वहीं दूसरे दिन ममता बनर्जी कहती हैं कि बांग्लादेशियों का भारत में स्वागत है. ममता बनर्जी को भारत में किसी का भी स्वागत करने का अधिकार किसने दिया? इमिग्रेशन और नागरिकता विशेष रूप से केंद्र के अधिकार क्षेत्र में हैं. राज्यों के पास कोई अधिकार नहीं है.’