आगरा : (मानवी मीडिया) चार्ज लेते दरोगा की कुर्सी छिन गई। वजह इतनी है कि हिस्ट्रीशीटर ने थाने में घुसकर दरोगा का स्वागत किया। उन्हें माला पहनाई और मुस्कुराते हुए फोटो खिंचवाई। हिस्ट्रीशीटर ने फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। फोटो देखते ही कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने थानाध्यक्ष मोहित शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया। पूरा मामला निबोहरा थाने का है।यह 4 दिसंबर 2017 की तस्वीर है, प्रवेंद्र कुमार और लुक्का को अरेस्ट किया था। दरोगा को गोली मारने का आरोपी है हिस्ट्रीशीटरहिस्ट्रीशीटर लोकेंद्र उर्फ लुक्का शाहवेद निबोहरा गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ आगरा के कई थानों में केस दर्ज है। उसने 2017 में राजाखेड़ा थाने में तैनात दरोगा टीनू सोगरवाल को गोली मार थी। दरोगा को जुए की सूचना मिली थी। इस पर दरोगा छापेमारी करने पहुंचीं। लुक्का ने 2 साथियों के साथ मिलकर दरोगा पर फायरिंग कर दी। गर्दन पर गोली लगने से दरोगा घायल हो गईं। इसके बावजूद हार नहीं मानी। उन्होंने साहस दिखाते हुए बदमाश प्रवेंद्र कुमार और लोकेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट ने अप्रैल, 2024 में दोनों को 10-10 साल की सजा सुनाई। लोकेंद्र जमानत पर अभी बाहर है।
अब सुरेश चंद निबोहरा के नए SO होंगे। थाने में घुसा, फोटो खिंचवाई और चला गयाथानाध्यक्ष मोहित शर्मा ने 5 जुलाई को निबोहरा थाने का चार्ज लिया। इसी दौरान लुक्का थाने में घुस आया। उसने थानाध्यक्ष का स्वागत किया। फोटो खिंचवाकर आराम से चला गया।
उसे किसी पुलिस वाले ने टोका तक नहीं। थोड़ी देर बाद हिस्ट्रीशीटर ने फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी। तस्वीर वायरल हो गई। शनिवार को फोटो जिले के बड़े अफसरों के पास पहुंच गई। दरोगा 5 जुलाई से छुट्टी पर थे। अफसरों ने दरोगा से पूछताछ की। इस पर दरोगा ने सफाई भी दी, लेकिन बात नहीं बनी। रात 10 बजे कमिश्नर ने दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया।
हिस्ट्रीशीटर ने दरोगा टीनू सोगरवाल की गर्दन में गोली मार दी थी। मैं पहली बार थाने गया, नहीं मालूम था वो हिस्ट्रीशीटर हैदरोगा ने अफसरों को बताया- थानाध्यक्ष बनने के बाद कई लोग मुझसे मिलने आए थे। इनमें हिस्ट्रीशीटर भी शामिल था। मैं पहली बार थाने पर पहुंचा था। यहां पर तैनात किसी पुलिसकर्मी ने हिस्ट्रीशीटर के बारे में नहीं बताया। इसलिए मुझे उसके बारे में पता नहीं था।
हिस्ट्रीशीटर ने दरोगा टीनू सोगरवाल की गर्दन में गोली मार दी थी। मैं पहली बार थाने गया, नहीं मालूम था वो हिस्ट्रीशीटर हैदरोगा ने अफसरों को बताया- थानाध्यक्ष बनने के बाद कई लोग मुझसे मिलने आए थे। इनमें हिस्ट्रीशीटर भी शामिल था। मैं पहली बार थाने पर पहुंचा था। यहां पर तैनात किसी पुलिसकर्मी ने हिस्ट्रीशीटर के बारे में नहीं बताया। इसलिए मुझे उसके बारे में पता नहीं था।
वह पूर्व थाना प्रभारी की विदाई में भी शामिल हुआ था। थानेदार की कारखासी में हुए थे सस्पेंडयह पहला मामला नहीं है, जब इंस्पेक्टर मोहित शर्मा का नाम चर्चा में आया हो। इससे पहले SSP प्रभाकर चौधरी ने खेरागढ़ थानेदार की कारखासी (तेल-पॉलिश लगाना) करने के आरोप में मोहित शर्मा को निलंबित किया था। इसके बाद चौकी इंचार्ज बसई रहते हुए मोहित का वीडियो वायरल हुआ था। इसमें दरोगा पीड़ितों को धमका रहे थे, उन्हें थप्पड़ मारते दिख रहे थे। ये खबर भी पढ़ें बेटे का रिसेप्शन करना था, वीडियो कॉल पर अंतिम-संस्कार देखा:आगरा के इंजीनियर की अमेरिका में हत्या, पिता बोले- हत्यारों को सजा दिलाकर रहूंगा