लखनऊ (मानवी मीडिया)आज अयोध्या के एक होटल में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैटेरियल मैनेजमेंट द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस प्रेस वार्ता में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित राज मीणा , राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राकेश कुमार रस्तोगी एवं नौसर्जित शाखा के मुख्य सलाहकार/संयोजक डॉ० हरेंद्र कुमार उपस्थित थे।
आई आई एम एम के पदाधिकारी गणों द्वारा संस्थान के क्रियाकलापों से प्रेस की टीम को अवगत कराया गया और बताया गया कि यह संस्थान विगत विगत 5 दशकों से सामग्री प्रबंधन क्षेत्र में अपनी सेवा दे रहा है। यह संस्थान अखिल भारतीय तकनीकी संस्थान से अनुमोदित 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा का कोर्स ऑनलाइन तरीके से करता है और यह कोर्स संपूर्ण भारत में क्रियाशील 56 शाखाओं के माध्यम से किया जाता है।
शैक्षणिक कार्यक्रम के अतिरिक्त यह संस्थान मैटेरियल्स मैनेजमेंट, सप्लाई चैन मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट, इत्यादि विषयों पर अपने विषय विशेषज्ञों के माध्यम से विचार व्यक्त करता है एवं इससे इंडस्ट्री में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मियों को अपने स्किल को विकसित करने में सहायता प्रदान करता है।
मुख्य सलाहकार द्वारा अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष एल आर मीणा की अध्यक्षता में अनुमोदित नई शाखा का सृजन अयोध्या में किया जाना है, जिससे संबंधित कल यानी 27 जुलाई 2024 को सायं 6:00 बजे से उद्घाटन समारोह एवं सप्लाई चैन मैनेजमेंट बेसिक टू रोबोटिक विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी भी आयोजित की जा रही है।
उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी , विशिष्ट अतिथि एसजीपीजीआई लखनऊ के पूर्व निदेशक डॉक्टर आर के शर्मा होंगे एवं संपूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता नेशनल प्रेसिडेंट आईआई एम एम अल आर मीना करेंगे। सेमिनार के अध्यक्ष आर ए यादव ने प्रेस वार्ता में बताया कि इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की भी बैठक होनी है जिसमें पूरे देश से लगभग 100 सदस्य शामिल होंगे।
सेमिनार के दौरान विषय विशेषज्ञ कर्नल आर एम पांडे एवं डॉ सोनिया मेहरोत्रा द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा।
आई आई एम एम के मीडिया प्रभारी आशुतोष सोती द्वारा इस प्रेस वार्ता में आए सभी महानुभाव पत्रकारों एवं छायाकारों का स्वागत करते हुए बताया गया कि यह प्रोग्राम जो संस्था द्वारा आयोजित किया जा रहा है वह युवा पीढ़ी के लिए एक अत्यंत ही प्रेरणा दायक प्रोग्राम सिद्ध होगा और उन्हें इससे नए रोजगार के सृजन में भी मदद मिलेगी एवं प्रधानमंत्री मोदी के कौशल विकास कार्यक्रम में भी बढ़ावा मिलेगा।
अंत में यह कहा जा सकता है कि संस्थान का जो योगदान होगा उससे हम लोग कहीं ना कहीं "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के निर्माण के लिए अग्रसर होंगे।