देहरादून : (मानवी मीडिया) उत्तराखंड के चमोली में बद्रीनाथ हाईवे से मलबा हटा रहे मजदूरों की जान पर उस समय बन आई, जब पहाड़ से एक बड़ा पत्थर अचानक आ गिरा। मलबा हटाते समय मजदूरों के पीछे बड़ा पत्थर गिरता दिखाई दिया, तो वहां मौजूद लोगों के भी रोंगटे खड़े हो गए। बद्रीनाथ हाईवे लगभग 48 घंटे से बंद है। बोल्डर और भारी मात्रा में मलबा आने के कारण पैदल आवाज ही भी मुश्किल हो रही है। हालत यह हो गए हैं कि चमोली में मतदान के लिए गई हुई पोलिंग पार्टियों को भी हेलीकाप्टर द्वारा एयरलिफ्ट किया गया।बद्रीनाथ हाईवे नहीं खुलने के कारण यात्रियों ने दूसरे दिन भी वाहनों में और आसपास के होटल में रात गुजारी। गुरुवार को तीसरे दिन जब हाईवे को खोलने का काम चल रहा था, तो अचानक बड़े-बड़े बोल्डर आ गिरे। जोशीमठ चुंगीधार के पास चट्टान टूटने से मलबा और बोल्डर आने से हाईवे बंद हो गया था। मंगलवार को हाईवे बंद होने के बाद बुधवार को भी हालत नहीं सुधरे। जिस कारण जोशीमठ और पीपलकोटी की ओर लगभग 3000 तीर्थ यात्री फंसे रहे। गुरुवार सुबह तक हाईवे खुलने की उम्मीद थी, लेकिन मलबा हटाने के दौरान हुई इस घटना ने मजदूरों को भी दहशत में डाल दिया है। मलबा हटाने के काम का वीडियो बनाते लोग भी उसे समय दहशत में आ गए, जब उन्होंने भागते हुए मजदूरों के पीछे बड़ा पत्थर गिरते हुए देखा। रोंगटे खड़े कर देने वाला यह वीडियो देखकर हर कोई हैरान है। बद्रीनाथ हाइवे पर मलबा हटाने के दौरान बोल्डर गिरने से बड़ा हादसा हो सकता था। विशेषज्ञों के अनुसार बीते दिनों हुई बारिश से चट्टानें कमजोर पड़ गई है।
देहरादून : (मानवी मीडिया) उत्तराखंड के चमोली में बद्रीनाथ हाईवे से मलबा हटा रहे मजदूरों की जान पर उस समय बन आई, जब पहाड़ से एक बड़ा पत्थर अचानक आ गिरा। मलबा हटाते समय मजदूरों के पीछे बड़ा पत्थर गिरता दिखाई दिया, तो वहां मौजूद लोगों के भी रोंगटे खड़े हो गए। बद्रीनाथ हाईवे लगभग 48 घंटे से बंद है। बोल्डर और भारी मात्रा में मलबा आने के कारण पैदल आवाज ही भी मुश्किल हो रही है। हालत यह हो गए हैं कि चमोली में मतदान के लिए गई हुई पोलिंग पार्टियों को भी हेलीकाप्टर द्वारा एयरलिफ्ट किया गया।बद्रीनाथ हाईवे नहीं खुलने के कारण यात्रियों ने दूसरे दिन भी वाहनों में और आसपास के होटल में रात गुजारी। गुरुवार को तीसरे दिन जब हाईवे को खोलने का काम चल रहा था, तो अचानक बड़े-बड़े बोल्डर आ गिरे। जोशीमठ चुंगीधार के पास चट्टान टूटने से मलबा और बोल्डर आने से हाईवे बंद हो गया था। मंगलवार को हाईवे बंद होने के बाद बुधवार को भी हालत नहीं सुधरे। जिस कारण जोशीमठ और पीपलकोटी की ओर लगभग 3000 तीर्थ यात्री फंसे रहे। गुरुवार सुबह तक हाईवे खुलने की उम्मीद थी, लेकिन मलबा हटाने के दौरान हुई इस घटना ने मजदूरों को भी दहशत में डाल दिया है। मलबा हटाने के काम का वीडियो बनाते लोग भी उसे समय दहशत में आ गए, जब उन्होंने भागते हुए मजदूरों के पीछे बड़ा पत्थर गिरते हुए देखा। रोंगटे खड़े कर देने वाला यह वीडियो देखकर हर कोई हैरान है। बद्रीनाथ हाइवे पर मलबा हटाने के दौरान बोल्डर गिरने से बड़ा हादसा हो सकता था। विशेषज्ञों के अनुसार बीते दिनों हुई बारिश से चट्टानें कमजोर पड़ गई है।