लखनऊ : (मानवी मीडिया) सबसे बड़ी फूल मंडी पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया। हुसैनाबाद ट्रस्ट की जमीन को 100 साल के लिए 2001 में लीज पर दी गई थी। लेकिन प्रशासन ने 2024 में लीज कैंसिल कर दी और व्यापारियों को नोटिस जारी कर जमीन खाली करने का आदेश दे दिया। गुरुवार दोपहर प्रशासन की टीम चौक स्थित कंचन मार्केट के सामने फूल मंडी में बुलडोजर के साथ पहुंची। यहां सुबह से ही व्यापारी फूल बेच रहे थे। बुलडोजर देख व्यापारियों में अफरातफरी मच गई।
इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी मौजूद रही। इसी मंडी से अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए फूल भेजे गए थे। मंडी को बचाने के लिए व्यापारी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से भी अपील की थी। डिप्टी सीएम ने दुकान नहीं हटाए जाने का आश्वासन भी दिया था। बावजूद प्रशासन ने मंडी पर बुलडोजर चला दिया जमीन को 100 साल के लिए लीज पर दिया गया था, लेकिन प्रशासन ने लीज कैंसिल कर दी। किसान बाजार में शिफ्ट शिफ्ट की गई दुकान फूल मंडी में करीब 120 से ज्यादा दुकानें थीं। चौक की फूल मंडी प्रदेश की सबसे पुरानी फूल मंडियों में से एक है। यहां की दुकानों को विभूति खंड में किसान बाजार में शिफ्ट कर दिया गया है। हालांकि फूल मंडी के किसानों का कहना है कि यहां के कारोबार से 120 परिवार जुड़े हैं, लेकिन सिर्फ 7 दुकानें ही आवंटित की गई हैं। ऐसे में कैसे व्यापार संभव हो पाएगा।
कार्रवाई के दौरान किसी तरह का विवाद न हो, इसे देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। 4 दशक से चल रहा कारोबार उजड़ा दुकानदार अयाज ने कहा- बीते चार दशक से हमारा परिवार यहां पर फूल का कारोबार करता आ रहा है। प्रशासन ने नोटिस देकर कहा कि सभी की दुकानें किसान बाजार में शिफ्ट कर दी गई हैं। वहां पर केवल 7 दुकानें हैं। न तो वहां पर आने-जाने का कोई साधन है। न ही कोई सुविधा। ऐसे में केवल 7 दुकानों में कैसे 120 परिवार फूल का कारोबार करेगा। अयाज ने कहा- प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर हमारी छत छीन ली है। हम सभी खुले आसमान के नीचे अपनी दुकान लगाएंगे। हमारी मांग है कि फूल मंडी दुबग्गा सब्जी मंडी में या चौक के किसी बाजार में शिफ्ट कर दी जाए। मंडी परिषद वाले तानाशाही रवैया अपना रहे हैं।