पुतिन, मोदी-शी जिनपिंग के साथ मिलकर दुनिया पर राज करने का बना रहे प्लान! - मानवी मीडिया

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Thursday, July 4, 2024

पुतिन, मोदी-शी जिनपिंग के साथ मिलकर दुनिया पर राज करने का बना रहे प्लान!


मॉस्को : (
मानवी मीडिया) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया के अन्य देशाें के मुकाबले एकदम अलग चल रहे हैं। यूक्रेन और रूस के बीच पिछले दो साल से ज्यादा समय से युद्ध चल रहा है। चाहकर भी अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देश दोनों देश के बीच जारी जंग को रुकवा नहीं पा रहे हैं। इसके इतर पुतिन और अधिक अक्रामक होते जा रहे हैं। जिस तरह से एशियाई देशों के साथ पुतिन मजबूत कूटनीति प्रस्तुत कर रहे हैं। उससे पश्चिमी देशाें में हलचल जरूर है।

कम ऑन ब्रो

दूसरी तरफ रूस के एशियाई देशों से बढ‍़ती नजदीकियों को देखकर लोगों में एक विचार जरूर आने लगा है कि अगर रूस, भारत और चीन एक साथ आ जाएं तो ये दुनिया पर राज करेंगे। ऐसा ही एक विचार राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समर्थक ने पोस्ट किया ओर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पुतिन, भारत के पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक साथ की फोटो शेयर कर लिखा Come on Bro, We three will gonna rule world यानी कि हम तीनों मिलकर दुनिया पर राज करेंगे।

एशियाई देशों से बढ़ा रहे नजदीकियां

बता दें कि रूस पहले से ही भारत का मित्र देश है, इसके बाद इसने शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के साथ भी बैठक की। पाकिस्तान से ऊर्जा और कृषि में सहयोग की सहमति बनी। उसके पहले पुतिन ने उत्तर कोरिया का दौरा किया था। इसके साथ सैन्य सहयोग की सहमति बनी थी।

अमेरिका के खिलाफ उठाई आवाज

दूसरी तरफ कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में रूस और चीन दोनों ने वैश्विक मंच पर अमेरिका के नेतृत्व वाले आधिपत्य के खिलाफ आवाज उठाई है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने जून महीने की शुरुआत में ही कहा था कि बीजिंग का मानना है कि SCO समिट में सभी पक्षों के बीच अधिक आम सहमति बनाने में मदद करेगा और सदस्य देशों की सुरक्षा, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने में योगदान देगा। साथ ही दुनिया में स्थायी शांति और आम समृद्धि को आगे बढ़ाएगा।

दोनों देशों में दिखी होड़

हालांकि कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन की चल रही बैठक में चीन और रूस के बीच प्रभाव बढ़ाने की होड़ देखी गई। और ये होड़ तब देखने को मिली जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग दोनों इस बैठक में शामिल थे।

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