उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) 'भगवान किसी को ऐसा भाई न दें। ऐसा भाई किसी दुश्मन से कम नहीं है। दुश्मन भी वार करेगा तो सामने से करेगा लेकिन मेरे साथ तो विश्वासघात हुआ है। ऐसा भाई होने से दूर-दूर तक भाई का न होना ही बेहतर है। बचपन से हम लोग साथ खेले थे परिवार के लोगों का भी आपस में अच्छा मेल जोल था लेकिन इस घटना ने एक झटके में सब बर्बाद कर दिया।' यह कहना था उस युवती का जो अपने मौसेरे भाई की साजिश के चलते चौक के लोहिया पार्क में एसिड अटैक का शिकार हो गई। केजीएमयू में करीब 9 दिन तक चले इलाज के बाद पीड़िता को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
घर पहुंचने के बाद पीड़िता परिजनों से बात करते-करते एक बार फिर भावुक हो गई। उसने कहा कि मेरे साथ धोखा हुआ है। ऐसा करने वाले को भगवान ही सजा देंगे। फिलहाल पीड़िता का अब घर में ही इलाज चलेगा। दूसरी ओर घटना में झुलसे भाई की सर्जरी शुक्रवार को पूरी हो गई। चिकित्सकों से बातचीत के आधार पर पुलिस अब अपनी कार्रवाई में तेजी लाएगी। बताते चलें कि आरोपी भाई का नाम पुलिस ने मुकदमे में भी जोड़ लिया है। हालत ठीक न होने के चलते अभी उसकी गिरफ्तारी शेष है। जैसे ही चिकित्सकों से उसकी स्थिति ठीक होने की पुष्टि होगी पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी। वहीं, 3 जुलाई को हुई घटना के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने एसिड फेंकने वाले अभिषेक वर्मा को मुठभेड़ में धर दबोचा था।
20 साल पहले पीड़िता के मौसा ने आरोपी भाई को लिया था गोद घटना में शामिल मौसेरा भाई हर्षित उर्फ हर्ष तिवारी KGMU में MBBS प्रथम वर्ष का छात्र है। तकरीबन 20 साल पहले पीड़िता के मौसा मनमोहन तिवारी ने उसे गोद लिया था। उसके बाद ही से परिजनों के साथ हर्ष पीड़िता के घर आता था। पीड़िता भी कई कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए उसके घर अपने परिजनों के साथ जाती थी।मौसेरे भाई द्वारा ऐसी घटना करने से परिवार के अन्य लोग भी सदमे में हैं। दूसरी ओर जब से वारदात में हर्ष की संलिप्तता की बात आई है तब से उसे गोद लेने वाले मनमोहन तिवारी पीड़िता के साथ ही उसके परिजनों से भी नजरें नहीं मिला पा रहे हैं। हर्ष के अपराध के लिए कई बार उन्होंने पीड़िता समेत उसके मां-बाप से माफी भी मांगी लेकिन पीड़िता के परिजन भी अपनी बेटी के साथ हुई इस घटना से काफ़ी व्यथित हैं। वहीं, मनमोहन ने भी हर्ष से भी कड़े शब्दों में कहा है कि जैसा तुमने किया है उसकी सजा अब भुगतो।
गिरफ्तारी के डर से हर्ष की हालत खराब हर्ष ने बहन की नजरों में हीरो बनने के लिए एसिड अटैक के बाद उसको बचाया था और जान बूझकर खुद भी झुलसा था। मामले की सच्चाई अब खुल रही है। सच्चाई सामने आने के बाद अब हर्ष की गिरफ्तारी की बात भी तय मानी जा रही है। जब से हर्ष को अपनी गिरफ्तारी की बात पता चली है तब से उसकी हालत खराब है। वह न तो ठीक से खाना खा रहा है और न ही खुलकर किसी से बात ही कर रहा है। साजिश का खुलासा होने के बाद से हर्ष का व्यवहार एकदम बदल गया है। अस्पताल से ही गिरफ्तारी करेगी पुलिस विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस हर्ष को अस्पताल ही गिरफ्तार करेगी। अभी उसकी हालत में सुधार का इंतजार किया जा रहा है। चिकित्सकों से हरी झंडी मिलने के बाद पुलिस हर्ष को अस्पताल से ही अपनी गिरफ्त में लेकर नए सिरे से पूछताछ करेगी। हालांकि शुरुआत से ही पुलिस इस मामले में कुछ भी आधिकारिक रूप से बोलने में कतरा रही है।