जालंधर(मानवी मीडिया)- कामकाज की तालाश में खाड़ी देशों का रूख करने वाली पंजाबी लड़कियां गलत काम में धकेली जा रही है। लड़कियों के अरब देशों में फंसे होने के कई मामला सामने आ चुके है। हाल ही में एक और मामला सामने आया है, जहां महिला के रिश्तेदारों ने उसे ओमान के मस्कट में बुलाकर एक हजार रियाल यानि भारतीय करंसी में करीब दो लाख रूपयों में बेच दिया। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल व विदेश मंत्रालय की प्रयास से पीड़िता सकुशल पंजाब वापिस लौट पाई है। जिसके बाद महिला ने खुद आपबीती बयान की।
अरब परिवार को बेचा
पीड़िता ने बताया कि वह गरीब परिवार से है, जो घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए ओमान गई थी, पर वहां उसके ट्रैवल एजेंट रिश्तेदार ने ही उसे एक हजार रियाल (भारतीय मुद्रा में 2 लाख रुपये) में एक अरब परिवार को बेच दिया। उसे केवल एक महीने के विजिटर वीजा पर भेजा गया था, जबकि उसे तीन महीने के वीजे का कहा गया। पीड़िता ने बताया कि 7 सितंबर 2023 को जब वह ओमान एयरपोर्ट पर उतरी तो उसे लेने आए शख्स ने जबरन उसका फोन और पासपोर्ट छीन लिया। उसे हवाई अड्डे से तीन घंटे की दूरी पर एक बहुमंजिला इमारत में एक कार्यालय में बंद कर दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि उसके साथ एक केन्याई लड़की भी थी। पीड़िता ने यह भी बताया कि जब तक वीजा वैध था, ट्रैवल एजेंट उसकी देखभाल करते रहे, लेकिन जैसे ही उसका वीजा खत्म हुआ, उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। ट्रैवल एजेंटों ने उसके प्रति अपना रवैया बदल दिया और उसे पीटना शुरू कर दिया। उसने बताया कि काम के दौरान संक्रमण के कारण उसकी तबीयत काफी खराब हो गई थी और जिस परिवार में वह काम कर रही थी। उन्होंने उसका इलाज करने से मना कर दिया, लेकिन इस हालत में भी उससे काम करवाया जा रहा था। उसने कहा कि वहां उसकी परिवार से बात तक भी नहीं करवाई जाती थी। वापसी के लिए लाखों रुपये देने के बावजूद उसे वापस नहीं भेजा जा रहा था। उसने बताया कि वहां जो भी यहां से लड़कियां जा रही हैं, उन्हें पहले वहां पहुंचने वाली लड़कियों से अलग रखा जाता है। जैसे ही उनके भी वीजे की अवधि खत्म होती है, उनसे दुर्व्यवहार किया जाने लगता है। पीड़िता के पति ने 7 मई को राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से संपर्क किया और पत्नी के बारे में बताया। जिस पर संत सीचेवाल ने तुरंत कार्रवाई करने पर युवती कुछ ही दिनों में वतन लौट आई।
बता दें कि ऐसे कई और मामले भी सामने आ चुके है। पिछले साल इराक के एक शहर में फंसी पंजाब की एक लड़की और महिला भी बुरी तरह से फंस गई थी। संत सीचेवाल के प्रयास से जब वह वापिस लौटी तो पीड़िता ने बताया कि अरब देशों में महिलाओं को जिस्मफरोशी के लिए मजबूर किया जाता था। वहां काम दिलाने के नाम पर महिलाओं को आगे बेच दिया जाता है। जहां खरीदारों द्वारा उनपर जुल्म किए जाते हैं।
वहीं एक और पीड़िता ने बताया कि उसे हांगकांग में बेच दिया गया। जिस दफ्तर में रखा गया था, वहां काफी यातनाएं दी जाती थीं। यहां तक कि उसके साथ शारीरिक शोषण किया जाता था। बिना कपड़ों के बाथरूम में बंद कर दिया जाता था।
सीचेवाल ने लोगों से की अपील
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने लोगों से लड़कियों को खाड़ी देशों में भेजने से परहेज करने की अपील की है। उन्होंने पंजाब पुलिस के अधिकारियों को भी सख्ती से कहा कि ट्रैवल एजेंटों द्वारा सताई गई इन लड़कियों के मामलों को सहानुभूतिपूर्वक सुना जाना चाहिए और उन्हें हल करने के लिए ईमानदारी से प्रयास किए जाने चाहिए। इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को धन्यवाद दिया कि उनके लगातार प्रयासों से इन लड़कियों को विकट परिस्थितियों से बाहर निकाला गया और उन्हें वापस भेजा गया।