नई दिल्ली (मानवी मीडिया)ब्रिटेन में नई सरकार बनने के बाद विदेश मंत्री डेविड लैमी पहली आधिकारिक यात्रा पर भारत आए हैं। लैमी बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की।
लैमी ने पीएम मोदी से ब्रिटेन-भारत प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी से मिलकर खुशी हुई। व्यापक रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ करने के लिए प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर की प्राथमिकता की सराहना करता हूं। द्विपक्षीय प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल और पारस्परिक रूप से लाभकारी एफटीए समझौता करने की इच्छा का स्वागत करते हैं।
बैठक के बाद लैमी ने कहा भारत 21वीं सदी की उभरती हुई महाशक्ति है। 1.4 अरब लोगों के साथ यह दुनिया का सबसे बड़ा देश है और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।
इसके अलावा लैमी ने विदेश मंत्री जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा जयशंकर और लैमी ने भारत-यूके वर्चुअल शिखर सम्मेलन 2021 के दौरान प्रधानमंत्रियों के बीच सहमत रोडमैप 2030 की समीक्षा की और इसके नवीनीकरण पर विचार करने पर सहमति व्यक्त की।
दोनों पक्षों ने व्यापार एवं निवेश, रक्षा एवं सुरक्षा, प्रवास तथा गतिशीलता, आईटी/एआई/टेक-केंद्रित क्षेत्रों, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, नवाचार, जलवायु, हरित ऊर्जा के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों, दूरसंचार, महत्वपूर्ण खनिज आदि क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने भारत-यूके एफटीए वार्ता में हुई पर्याप्त प्रगति की सराहना की। दोनों देश इंडो-पैसिफिक और उससे आगे रक्षा और सुरक्षा सहयोग को गहरा करने तथा नॉन-स्टेट एक्टर्स से बढ़ते खतरों से निपटने के लिए क्षमताओं को बढ़ाने पर सहमत हुए।
मंत्रालय ने कहा जयशंकर और लैमी को रूस-यूक्रेन संघर्ष, पश्चिम एशिया और लाल सागर की स्थिति, राष्ट्रमंडल तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सहित आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर भी मिला।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)