बरेली : (मानवी मीडिया) सरकारी विभागों खासतौर से पुलिस महकमे के कर्मचारियों में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि शिकायतों पर कार्रवाई की रफ्तार बढ़ी है। भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में सीओ मीरगंज रहीं दीपशिखा की विभागीय जांच रिपोर्ट एसएसपी ने शासन को भेज दी है, उनके खिलाफ वहीं से कार्रवाई की जाएगी। कुछ समय पहले तक दीपशिखा अहिवरन सिंह मीरगंज की सीओ थीं। इससे पहले वह आंवला में सीओ के पद पर रहीं। जनता के लोगों से अभद्र व्यवहार, कनिष्ठ कर्मचारियों को बेवजह हड़काने के लिए वह चर्चित रहीं।
इस बीच वह घूसखोरी के आरोपों में घिर गईं। दीपशिखा ने तिलमास गांव निवासी रिफाकत अली के ईट भट्ठे पर जाकर उनसे उनके कर्मचारियों के सामने अभद्रता की थी। आरोप है कि दो लाख रुपये रिश्वत मांगी गई। रुपये न देने पर उनकी जेसीबी व ट्रैक्टर ट्राली को खनन करता दिखाकर सीज कर दिया था। रिफाकत की शिकायत पर सीओ की भूमिका की जांच तत्कालीन एसएसपी सुशील घुले ने एसपी दक्षिणी मानुष पारीक से कराई। जांच रिपोर्ट में वह दोषी पाई गईं। नवागत एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी दक्षिणी की रिपोर्ट मिलने के बाद सीओ दीपशिखा को जिला मुख्यालय संबद्ध कर दिया।
यह जांच रिपोर्ट समीक्षा के लिए एसपी सिटी राहुल भाटी को सौंपी गई। विभागीय जांच पूरी होने के बाद एसपी सिटी ने यह रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी। एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी सिटी की यह रिपोर्ट संस्तुति के बाद शासन को भेज दी है। माना जा रहा है कि शासन स्तर से इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।