(प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय,अर्थशास्त्री, प्राचार्य नवयुग कन्या महाविद्यालय, लखनऊ)
लखनऊ (मानवी मीडिया) वित्त वर्ष बजट 2024- 25 मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट वित्त मंत्री सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया महिलाओं के रोजगार सृजन पर विशेष ध्यान दिया गया है । जिसके अंतर्गत महिलाओं और बच्चियों को लाभ पहुंचाने की अलग-अलग योजनाओं पर 3 लाख करोड रुपए आवंटित करने का फैसला किया है। कार्य स्थल पर महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है इस दिशा में महिलाओं के लिए विशेष रूप से कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे उन्हें स्किल करके रोजगार के अनुरूप बनाया जा सके। उद्योगों के सहयोग से महिलाओं के लिए हॉस्टल की स्थापना और क्रेच की स्थापना करके कार्य बल में महिलाओं की अधिक भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। महिलाओं के लिए विशिष्ट कौशल कार्यक्रम और महिला स्वयं सहायता समूह उद्योगों के लिए बाजार पहुंच को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। वित्त मंत्री के अनुसार 2024 की दूसरी तिमाही में महिला श्रम दल की भागीदारी अब बढ़कर 24% हो गई है। महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दृष्टि से कामकाजी महिलाओं की मदद के लिए कामकाजी महिला छात्रावास बनाने की बात कही है, जिससे दूसरे शहरों में काम कर रही महिलाओं को असुविधा और असुरक्षा का सामना ना करना पड़े । सरकार ने लखपति दीदी का लक्ष्य 2 करोड़ से बढ़ा कर तीन करोड़ करने का फैसला किया है, जिससे वह आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो सके। सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए मुफ्त टीकाकरण की योजना पहले से ही चल रही है। आशाकर्मियों और आंगनवाड़ी कर्मियों को आयुष्मान योजना का लाभ पहुंचाने के लिए पहले से ही घोषणा हो चुकी है।
महिलाओं के नेतृत्व में विकास, एक विकास दृष्टिकोण को दिखाता है जिसमें महिलाएं अग्रणी भूमिका निभाएंगी और समाज की आर्थिक सामाजिक तथा राजनीतिक प्रगति में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। महिलाएं केवल विकास की लाभार्थी ही नहीं बल्कि नेतृत्वकर्ता के रूप में विकास का एजेंडा तय करने और विकास योजना के निर्माण तथा निर्णयन में भागीदारी करें इस दिशा में वित्त मंत्री जी ने विशेष फोकस किया है।