लखनऊ : (मानवी मीडिया) बाबा साहब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में शुक्रवार को NAAC की रीजनल कांफ्रेंस हुई। इस कांफ्रेंस में उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के 8 राज्यों के एक्सपर्ट्स शामिल हुए। NAAC कमेटी के चेयरमैन डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि 29 जुलाई 2 NEP में नवाचार, संशोधन के साथ नेशनल ही नही ग्लोबल लेवल के गोल्स पर हम फोकस कर रहे हैं। वैल्यू बेस एजुकेशन बेहद महत्वपूर्ण है। दिल्ली, मुंबई के अलावा लखनऊ जैसे शहरों में भी पॉल्युशन ज्यादा है। शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि डेवलपमेन्ट के साथ वातावरण भी शुद्ध रहे। स्कूली शिक्षा से लेकर वैल्यू बेस्ड शिक्षा पर जोर है। क्वालिटी पर फोकस NAAC इवैल्यूएशन से पहले इनपुट बेस एजुकेशन पर ज्यादा जोर था। ये जरूरी है, पर केवल इस बात जोर देने की बात कह कर क्वालिटी पर फोकस को कम कर देते हैं। एक्रेडिशन एक माध्यम हैं, जिससे हम एजुकेशनल संस्थान की कमियों को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा एडमिशन लेने के लिए भी घर परिवार में अक्रेडिशन की चर्चा हो।
कांफ्रेंस की शुरुआत से पहले बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। 11 हजार डिग्री कॉलेज ही एक्रेडिशन के लिए सामने आए अब 8 पॉइंट ग्रेड सिस्टम, C से लेकर A++ के बीच ग्रेड दिए जा रहे हैं। करीब 65% विश्वविद्यालय अभी तक एक्रेडिशन के लिए सामने नही आ रहे हैं। वहीं 50 हजार डिग्री कॉलेजों में से 10 से 11 हजार डिग्री कॉलेज ही एक्रेडिशन के लिए सामने आए हैं। दुनिया में सिर्फ एक्रेडिशन या नॉट एक्रेडिशन का सिस्टम हैं। सिर्फ भारत मे भी ही एक्रेडिशन में ये ग्रेड सिस्टम लागू है। बिनारी अक्रेडिशन पर फोकस डॉ. राधाकृष्णन कमेटी ने सुधार करते हुए बिनारी एक्रेडिशन की बात कही। अब इसे लागू किया जा रहा है। ये भी हो सकता हैं कि पहली बार सभी को एक्रेडिशन नहीं मिलेगा। NAAC भी इसको लेकर मेंटरिंग करेगा।
5 साल के अंदर 90% शिक्षण संस्थानों को अक्रेडिशन पाने पर जोर दिया हैं। यही कारण हैं कि अब हमारा फोकस बिनारी अक्रेडिशन पर हैं। इकोनॉमी के मामले में 2014 में 11-12 वें नंबर में थे, अब हम 5वें नंबर पर आ चुके हैं। अगले एक साल के भीतर हम दुनियाभर में तीसरी इकोनॉमी पर होंगे। नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क के जरिए कौन सा संस्थान कितना बेहतर इसे जाना जा सकेगा। मैच्योरिटी लेवल के अनुसार मिलेगा एक्रेडिशन.. लेवल 5 - सबसे टॉप लेवल हैं, (इंटरनेशनल लेवल की मल्टी डिसपलीनरी यूनिवर्सिटी के लेवल का होगा, जिसमे MIT, लेवल 4 - इंडिया लेवल का होगा,लेवल 1 - सबसे नीचे दर्जा का आप एक्रेडिशन के रूप में एक्सपर्ट और चेयरमैन के रूप में भी शामिल हो सकते हैं। यही कारण हैं कि ये कंसल्टेटिव वर्कशॉप रखी गई है। जिसको पहले से एक्रेडिशन ग्रेड मिल गया है। उसकी जब तक वैलिडिटी है, उन्हें बिनारी एक्रेडिशन में आने की जरूरत नही है। जिनका एक्रेडिशन समाप्त हो गया, उनको यहां आना पड़ेगा। जिन्होंने आज तक एक्रेडिशन नहीं लिया, उन्हें अगले एक महीने बाद जरूर से जरूर इसके लिए आगे आना पड़ेगा।