लखनऊ (मानवी मीडिया), राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश का अधिवेशन लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मार्स सभागार में 14 जुलाई को प्रातः 11:00 बजे से होगा। यह जानकारी देते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की महामंत्री अरुणा शुक्ला ने आज लखनऊ मे एक प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि अधिवेशन में संविदा एवं आउट सोर्स कर्मियों के मामलों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। नियमित कर्मचारियों की समस्याओं पर भी चर्चा होगी। 18 महीने फ्रीज किए गए महंगाई भत्ते का भुगतान, नगर प्रतिकर भत्ता की बहाली, विभिन्न संवर्गों की वेतन विसंगतियों पर निर्णय, पुरानी पेंशन की बहाली, मानदेय पर कार्य करने वाले कर्मचारियों, आशा बहू, पीआरडी जवान, आशा पंचायतों के सफाई कर्मचारियों को 18000 का मानदेय निर्धारित किया जाना, संविदा कर्मियों को नियमित किया जाना, सहित संयुक्त परिषद के मांग पत्र पर चर्चा की जाएगी। अधिवेशन में "उत्तर प्रदेश के बढ़ते कदम एवं कर्मचारियों की भूमिका" तथा कर्मचारी हित में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा। अधिवेशन में प्रदेश के सुदूर अंचलों से 1000 से भी अधिक संविदा, आउटसोर्स, आशा बहू एवं विभिन्न विभागों के कर्मचारी प्रतिभाग कर रहे हैं। अधिवेशन में संयुक्त परिषद से संबद्ध सभी संगठनों के अध्यक्ष, महामंत्री एवम् प्रतिनिधि आमंत्रित है । अधिवेशन ऐतिहासिक होगा । अधिवेशन को सफल बनाने के लिए एवं कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए 13 जुलाई को संयुक्त परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारियों की एक बैठक परिषद के कार्यालय 504 शालिग्राम अपार्टमेंट में सायं 4:00 बजे से आहूत की गई है