नई दिल्ली(मानवी मीडिया)- भारत में खुद को भगवान कहने वाले बाबाओं की तादात लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे बाबाओं पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने नाराजगी जाहिर की है। तीन अखाड़ों ने अपने 112 संतों को नोटिस दिया है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि आजकल ऐसा ट्रेंड चला है कि हर कोई अपने आप को उपासक-पुजारी नहीं, भगवान कह रहा है। खुद को ब्रह्मा, विष्णु, महेश और राम कह रहे हैं, ऐसे संतों पर कार्रवाई होना अति आवश्यक है। प्रयागराज के कुंभ में ऐसे व्यक्तियों को भूमि नहीं दी जाएगी।’ जिसकों लेकर 112 संतों को नोटिस भी जारी किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति के विरोध में जो जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। मंच से अल्लाह हू अकबर कहना, नमाज पढ़ना उचित नहीं है। मंच पर पति-पत्नी बैठकर शादी करें, ये चीजें अच्छी नहीं हैं। ऐसे संतों को चिह्नित किया जाएगा, जो सनातन के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं।’
बता दें कि जूना अखाड़े ने 54 संत, श्री निरंजनी अखाड़े ने 24 संतों और निर्मोही अनी अखाड़े ने 34 संतों को नोटिस थमाया है। संतों ने 30 सितंबर तक संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो महाकुंभ-2025 में प्रवेश नहीं मिलेगा। अखाड़े सनातन धर्मावलंबियों की आस्था व समर्पण का केंद्र हैं। मौजूदा समय 13 अखाड़े हैं। उन्हें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के माध्यम से संगठित किया गया है।