लखनऊ (मानवी मीडिया)लखनऊ मेट्रो के प्रस्तावित ईस्ट वेस्ट कोरिडोर (चारबाग से वसंतकुंज) के डीपीआर की मंजूरी की दिशा में एक और सकारात्मक पहल हुई है। परियोजना को 9 जुलाई 2024 को दिल्ली में हुई नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप अर्थात एनपीजी की मंजूरी मिल गई है। राज्य सरकार द्वारा इस परियोजना को इसी वर्ष मार्च माह में अनुमोदन मिल चुका है।
अपर सचिव, औद्योगिक नीति संवर्धन विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता मे दिल्ली स्थित वाणिज्य भवन मे एनपीजी की बैठक हुई। बैठक में प्रधानमंत्री गति शक्ति (PMG) नेशनल मास्टर प्लान पोर्टल का उपयोग करते हुए विभिन्न प्रकार के यूटिलिटी (वाटर पाइप लाइन, ट्रांसमिशन लाइन, सीवर लाइन इत्यादि), रेलवे लाइन, पुरातत्व विभाग से संबंधित इमारत अथवा स्मारक, बस स्टैन्ड, मल्टी मॉडल कानेक्टिविटी इत्यादि पर चर्चा की गई, जिसमे ईस्ट वेस्ट कोरिडोर मेट्रो निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की बाधा नहीं पाई गई। पीएम गतिशक्ति पोर्टल के जरिए मेट्रो निर्माण के लिए स्थलीय परीक्षण से पहले निर्माण के रास्ते में आने वाली विभिन्न यूटिलिटी जैसे रेलवे लाइन, सीवर, नाले, संरक्षित स्मारक, हाईवे, पुल, फ्लाईओवर आदि की बारीक और सटीक जानकारी मिल जाती है जिससे निर्माण की योजना बनाने में समय की बहुत बचत होती है।
एनपीजी की बैठक में परियोजना से संबंधित विभाग जैसे केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास, रक्षा, रेलवे, पर्यावरण एवं वन विभाग, वित्त के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। एनपीजी के बाद अगला प्रमुख चरण पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड का होता है जिसमें परियोजना की मंजूरी के बाद केंद्रीय कैबिनेट के द्रवारा परियोजना की डीपीआर की मंजूरी की आवश्यकता होती है।
चारबाग से वसंत कुंज तक प्रस्तावित ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की कुल मार्ग लंबाई 11.165 किलोमीटर होगी, जिसमें एलिवेटेड लंबाई 4.286 किलोमीटर होगी जबकि भूमिगत लंबाई 6.879 किलोमीटर होगी। इस कॉरिडोर में कुल स्टेशनों की संख्या 12 होगी, जिसमें 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड स्टेशन होंगे। इस प्रस्तावित कॉरिडोर के पूरा होने का अनुमानित समय 5 साल और अनुमानित लागत 5081 करोड़ रुपए हैं। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में 12 मेट्रो स्टेशन होंगे। ये कोरिडोर मौजूदा नार्थ साउथ कोरिडोर के चारबाग मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा, चारबाग मेट्रो स्टेशन इंटरचेंज स्टेशन के तौर पर काम करेगा। ये स्टेशन इस प्रकार हैं।
1. चारबाग (भूमिगत)
2. गौतम बुद्ध नगर (भूमिगत)
3. अमीनाबाद (भूमिगत)
4. पांडेयगंज (भूमिगत)
5. सिटी रेलवे स्टेशन (भूमिगत)
6. मेडिकल चौराहा (भूमिगत)
7. चौक (भूमिगत)
8. ठाकुरगंज (एलिवेटेड)
9. बालागंज (एलिवेटेड)
10. सरफराजगंज (एलिवेटेड)
11. मूसाबाग (एलिवेटेड)
12. वसंत कुंज (एलिवेटेड)
'चारबाग से वसंत कुंज' तक लखनऊ मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर पुराने लखनऊ के प्रमुख स्थानों जैसे अमीनाबाद, चौक आदि को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह अपने मार्ग के साथ अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को भी जोड़ेगा और लखनऊ के लोगों को सुविधा प्रदान करेगा।
यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो के ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर को एनपीजी से मंजूरी एक बड़ी उपलब्धि है। लखनऊ की शहरी परिवहन के साथ मौजूदा मेट्रो कॉरिडोर के लिए यह परियोजना बेहद अहम है।