लखनऊ : (मानवी मीडिया)उ०प्र० कोआपरेटिव बैंक लि० एवं उ०प्र० कोआपरेटिव यूनियन (पी०सी०यू०) के संयुक्त तत्वाधान में पी०सी०यू० सभागार, लखनऊ में आज ‘सहकार से समृद्धि’ विषय पर कोआपरेटिव कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), जे०पी०एस० राठौर ने अपने संबोधन में कहा कि ‘सहकार से समृद्धि’ का उद्देश्य बैंकों को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाते हुए अधिक से अधिक व्यवसाय एवं ऋण वितरण के लिए भारत सरकार की तर्ज पर नवाचार का अधिकतम प्रयोग किया जाय। उन्होंने बैंकों को लाभ की स्थिति में लाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल निर्देशन में बैंकों की सेवाओं को और जनोपयोगी बनाया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि खाद, बीज एवं उर्वरक का पर्याप्त स्टाक रखा जाय तथा किसानों को समय से उपलब्ध कराया जाय।
श्री राठौर ने यह भी कहा प्रदेश में खाद एवं बीज की कोई समस्या नहीं है। किसानों को इसका लाभ मिलना चाहिए ताकि सरकार द्वारा किसानों की आमदनी को दुगुना करने के संकल्प को पूरा किया जा सके। साथ ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सहकारिता का अधिकतम योगदान संभव हो सके।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री ने पैक्स डाटा मैनेजमेन्ट पोर्टल (च्क्डच्) का शुभारम्भ किया। साथ ही साथ सहकारी संस्थाओं के विकास एवं सुदृढ़ीकरण हेतु सुझाव तथा भविष्य में सहकारी संस्थाओं को मजबूती प्रदान करने और विभाग को नयी ऊँचाइयों पर ले जाने को लेकर चर्चा की गयी।
सहकारिता मंत्री द्वारा जिला सहकारी बैंक की व्यवसायिक प्रगति में उल्लेखनीय योगदान हेतु 06 जिला सहकारी बैंकों के सभापतियों, जिला सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धकों तथा सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारियों को सम्मानित करने के साथ-साथ प्रदेश के मण्डलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रत्येक मण्डल से एक संयुक्त आयुक्त एवं संयुक्त निबन्धक को सम्मानित किया गया।
सहकारिता मंत्री ने एमएसएमई योजना के अन्तर्गत श्री वीरभान सिंह को रू0 30.00 लाख तथा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत सुश्री सुशीला को रू0 25.00 लाख एवं नीरज जायसवाल को रू0 25.00 लाख का चेक वितरित किया।
प्रमुख सचिव राजेश कुमार सिंह ने सहकारी संस्थाओं के विकास एवं सुदृढ़ीकरण के विषय पर चर्चा करते हुए बी-पैक्स के कार्य एवं व्यवसाय को आगे बढ़ाने, एआईएफ योजनान्तर्गत गोदाम निर्माण एवं उनके उपयोग के साथ-साथ भारत सरकार द्वारा शुरू किये गये विभिन्न पहलुओं जैसे कॉमन सर्विस सेन्टर एवं जन औषधि केन्द्र तथा राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को आमजन तक पहुँचाने हेतु दिशा-निर्देश दिये।
आयुक्त एवं निबन्धक अनिल कुमार ने शीर्ष बैंक के साथ-साथ प्रदेश के सभी 50 जिला सहकारी बैंकों को सहकारी क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग करते हुए सरकार की योजनाओं को किसानों तक पहुँचाने तथा जिला सहकारी बैंकों से इन्टरनेट/मोबाइल बैंकिंग सुविधा को शीघ्र प्रारम्भ किये जाने की अपेक्षा की गयी तथा प्रदेश में भी पैक्स को मजबूत करने की दिशा में कार्य करने पर विशेष बल दिया गया।
सहकारिता मंत्री ने कार्यालय आयुक्त एवं निबन्धक, सहकारिता के 09 कार्मिकों के मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया।
उ०प्र० कोआपरेटिव बैंक के अपर प्रबन्ध निदेशक/अपर सचिव, कैडर एस०सी० मिश्र ने आयोजित कोआपरेटिव कांफ्रेंस में उपस्थित समस्त अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर उ०प्र० कोआपरेटिव बैंक के सभापति जितेन्द्र बहादुर सिंह एवं प्रबन्ध निदेशक आर०के० कुलश्रेष्ठ, पी०सी०यू०. के सभापति सुरेश गंगवार एवं प्रबन्ध निदेशक श्रीकान्त गोस्वामी, सहकारी संस्थाओं के प्रबन्ध निदेशक, समस्त जिला सहकारी बैंकों के सभापति एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी के साथ-साथ सहकारिता विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।