उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) जिले के स्वायत्तशासी मेडिकल कॉलेज में गजब खेल चल रहा है। मेडिकल कालेज की ओपीडी से डॉक्टर नदारद हैं और दलाल ओपीडी चला रहे हैं। दलाल डॉक्टर बनकर न सिर्फ मरीजों का इलाज कर रहे हैं बल्कि बाकायदा उन्हें दवाई भी लिख रहे हैं और दवा कहां से खरीदना है यह सुझाव भी दे रहे हैं। मरीजों की जान से हो रहे इस खिलवाड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग इस वीडियो को देखकर स्वास्थ्य महकमें पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि डाक्टर की कुर्सी खाली पड़ी है और बाहर के लोग मरीजों को दवा लिख रहे हैं। बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय को जब मेडिकल कालेज का दर्जा दिया गया था तो लोगों में उम्मीद जगी थी
अब यहां मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। लेकिन जिम्मेदार यहां की व्यवस्था को बदलने में नाकाम रहे। मेडिकल कालेज में इस समय पूरी तरह से दलाल हावी हैं। आए दिन इसकी शिकायत अधिकारियों तक पहुंच रही है लेकिन अधिकारी सब कुछ जानबूझकर भी मौन है। अफसरों की लाचारी से डाक्टरों के बीच फैला दलालों का कॉकस मजबूत होता जा रहा है। कमजोर वर्ग के मरीज इन दलालों को हाथ लुटने को मजबूर हैं।
शनिवार को एक ऐसा ही दृश्य सामने आया जब अस्पताल में तैनात एक फिजीशियन को कमरे में दलाल मरीजों का इलाज करता दिखाई दिया। मरीजों से खचाखच भरे कमरे में यह बाहरी युवक ही मरीजों को दवा लिखकर दे रहा था और उन्हे दवा कहां से खरीदना है यह सुझाव भी दे रहा था। इसी दौरान किसी ने इसका वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही मेडिकल कालेज में हड़कंप मच गया।
इसकी जानकारी दवा लिख रहे बाहरी युवकों तक पहुंची तो वह भाग निकले। मेडिकल कालेज प्रशासन अब मामले की जांच कराने की बात कह रहा है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने कहा कि मामला गंभीर है। वायरल वीडियो की जांच करायी जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होने कहा कि पूर्व में भी सभी चिकित्सकों को पत्र भेजकर बाहरी लोगों का प्रवेश रोके जाने का निर्देश दिया जा चुका है।