नई दिल्ली (मानवी मीडिया): केंद्र सरकार ने नागरिकों को इलेक्ट्रिसिटी केवाईसी अपडेट स्कैम से बचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसमें उन मोबाइल नंबरों को बंद कर दिया गया है, जिनके जरिए इस फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा था। दूरसंचार विभाग (डीओटी) की ओर से धोखाधड़ी की गतिविधियों की जांच करने के लिए चक्षु पोर्टल का इस्तेमाल किया गया और शुरुआत में करीब पांच संदिग्ध मोबाइल नंबर को खोजा गया।
एआई आधारित इस पोर्टल से खुलासा हुआ कि 392 हैंडसेट से लिंक 31,740 मोबाइल नंबरों के जरिए धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा रहा है। इसके बाद डीओटी की ओर से सभी टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया गया कि इन 392 हैंडसेट के आईएमईआई को ब्लॉक किया जाए। इनका इस्तेमाल साइबर क्राइम और वित्तीय धोखाधड़ी में हो रहा है।
इसके अलावा टेलीकॉम सेवाएं देने वाली कंपनियों से कहा गया कि इन 31,740 मोबाइल नंबरों का दोबारा से री-वेरिफिकेशन किया जाए। अगर री-वेरिफिकेशन फेल होता है तो इन मोबाइल नंबरों को तुरंत बंद किया जाए और साथ ही इनसे जुड़े हैंडसेट को ब्लॉक करें।
डीओटी की ओर से कहा गया कि नागरिकों की ओर से एसएमएस, व्हाट्सएप आदि के जरिए इलेक्ट्रिसिटी केवाईसी अपडेट स्कैम की जानकारी दी गई थी। इसमें जालसाज ग्राहकों के मोबाइल फोन पर कंट्रोल हासिल कर लेते थे। डीओटी के संचार साथी पोर्टल पर मौजूद चक्षु रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशंस’ पर नागरिक संदिग्ध फ्रॉड को रिपोर्ट कर सकते हैं। इससे डीओटी को वित्तीय और साइबर फ्रॉड को रोकने में मदद मिलती है।